



रामगढ़, 15 नवंबर (Udaipur Kiran) । रामगढ़ जिला वासियों ने झारखंड राज्य स्थापना दिवस को अनोखे अंदाज में मनाया। जीवन बचाने का संकल्प लेकर एक दूसरे की सहायता करने की कसम खाई। आपातकालीन समय में डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ के पहुंचने तक जरूरतमंद व्यक्ति को प्राथमिक उपचार उपलब्ध करा दिया जाए, तो उसके बचने की उम्मीद बढ़ जाती है।
झारखंड के लोगों आज ही मिली थी पहचान: ममता
विधायक ममता देवी ने कहा कि आज गौरव का दिन है। आज ही के दिन हमें अलग पहचान मिली। हम सभी को संकल्प लेना चाहिए कि हम झारखंड के विकास में अपना योगदान दें। उन्होंने डीसी द्वारा शुरू किए गए सीपीआर प्रशिक्षण कार्यक्रम की सराहना की। इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने एवं आकस्मिक परिस्थितियों में किए जाने वाले कार्य की जानकारी लेने की अपील की।
बड़कागांव विधायक रोशन लाल चौधरी ने झारखंड राज्य के निर्माण एवं इसके उद्देश्यों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि उनका यह प्रयास है कि रामगढ़ जिले का हर दिशा में विकास हो इसके लिए वे निरंतर कार्य कर रहे हैं।
जानकारी हो तो आकस्मिक स्थिति में बचाई जा सकती है जान
डीसी फ़ैज़ अक अहमद मुमताज ने जिले के विकास के लिए किए जा रहे कार्यों की जानकारी सभी को दी। उन्होंने कहा कि हम सभी का यह संकल्प होना चाहिए कि हम जिले तथा राज्य के विकास में अपना योगदान दें। उन्होंने प्राथमिक उपचार सह सीपीआर प्रशिक्षण के तहत किए जा रहे हैं कार्यों की जानकारी देते हुए बताया कि विगत 5 महीनों से सीपीआर प्रशिक्षण चलाया जा रहा है। अब तक जिले में कुल 175000 लोगों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। पूरे जिले में कम से कम 200000 लोगों को प्राथमिक उपचार सह सीपीआर प्रशिक्षण के तहत प्रशिक्षित किए जाने का लक्ष्य है । इस प्रशिक्षण को प्राप्त कर कोई भी व्यक्ति आकस्मिक स्थिति में किसी व्यक्ति की जान बचा सकता है। उन्होंने कहा कि ज्यादातर हार्ट अटैक घरों में होते हैं। इसलिए अगर आप सभी प्राथमिक उपचार सह सीपीआर प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं, तो अपने परिजनों की जान बचा सकते हैं। मौके पर उन्होंने सीपीआर से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारी को सभी के साथ साझा किया।
मेडिकल टीम द्वारा दिया गया प्रशिक्षण
छावनी फुटबॉल मैदान में अनुभवी चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों की टीम के द्वारा प्रशिक्षण की विस्तृत जानकारी दी गई। उनके द्वारा प्रैक्टिकल करा कर भी लोगों को प्रशिक्षण देने का कार्य किया गया। सभी को आकस्मिक स्वास्थ्य परिस्थितियों जैसे कार्डियक अरेस्ट, चोकिंग, ब्लीडिंग, बर्न, फ्रैक्चर, वज्रपात, डूबना, शॉक, सांप का काटना एवं दुर्घटना जैसी परिस्थितियों में कार्य करने को लेकर प्रशिक्षण दिया गया।
परिसंपत्तियों का किया गया वितरण
कार्यक्रम के दौरान हरा राशन कार्ड, धोती साड़ी एवं चना दाल, सोलर पंप सेट, सोलर पंप सेट, कौशल विकास विभाग द्वारा नियुक्ति पत्र, जेएसएलपीएस द्वारा सीआईएफ, फूलोंझानो, आरएफ, क्रेडिट लिंकेज, सामाजिक सुरक्षा अंतर्गत मुख्यमंत्री मंईंयां सम्मान योजना, वृद्धावस्था पेंशन योजना, समाज कल्याण अंतर्गत मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना, दिव्यांग यंत्र, अबुआ आवास योजना के तहत गृह प्रवेश, कल्याण कार्यालय अंतर्गत साइकिल वितरण, मुख्यमंत्री पशुधन योजना के लाभुकों को योजना का लाभ दिया गया एवं उनके बीच परिसंपत्तियों का वितरण किया गया।
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(Udaipur Kiran) / अमितेश प्रकाश