RAJASTHAN

बिरसा मुंडा की शहादत से प्रेरणा लेने की आवश्यकता: प्रो. शर्मा

jodhpur

जेएनवीयू में स्वतंत्रता संग्राम में जनजातीय नायकों का योगदान विषयक व्याख्यान आयोजित

जोधपुर, 15 नवम्बर (Udaipur Kiran) । आदिवासी समुदाय सदैव अपनी जड़ों से जुड़ा रहा है। आदिवासी समाज के नायक बिरसा मुंडा के स्वाभिमान एवं उनकी शहादत से हमें प्रेरणा लेने की जरूरत है। बिरसा मुंडा की शहादत केवल आदिवासी ही नहीं बल्कि संपूर्ण भारतीय समाज के लिए प्रेरणादायक है। यह विचार जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. पवन कुमार शर्मा ने व्यक्त किए। वे आज आदिवासी अध्ययन केंद्र की ओर से हिंदी विभाग के स्मार्ट कक्ष में आयोजित जनजातीय गौरव दिवस एवं भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर आयोजित स्वतंत्रता संग्राम में जनजातीय नायकों का योगदान विषयक विशेष व्याख्यान को संबोधित कर रहे थे।

समारोह की अध्यक्षता कर रहे प्रो. शर्मा ने जनजातीय गौरव को रेखांकित करते हुए उस पर शोध करने की आवश्यकता जताई। मुख्य अतिथि कला, शिक्षा एव्ं समाज विज्ञान के अधिष्टाता प्रो. औतार लाल मीना ने कहा कि आदिवासी समाज ने सदैव विदेशी ताकतों का विरोध किया।

वे प्रकृति उपासक, संकोची प्रवृत्ति और मानवता के रखवाले रहे हैं। आदिवासी मातृ सत्तात्मक एवं संयुक्त परिवार की अवधारणा में पला बढ़ा है। आदिवासी पुरुषों के साथ ही आदिवासी स्त्रियों की वीरता भी समाज के लिए प्रेरणादायी है। विशिष्ट अतिथि एवं हिन्दी विभाग के अध्यक्ष प्रो. किशोरीलाल रैगर ने बहुराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा आदिवासियों के जल, जंगल व जमीन पर हो रहे अधिग्रहण पर अपनी बात रखी।

विशिष्ट अतिथि एवं हिन्दी विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. महीपाल सिंह राठौड़ ने सूर्यमल मिश्रण, तुलसीदास आदि के उदाहरणों से वनवासी समुदाय के संघर्ष को रेखांकित किया। इससे पूर्व आदिवासी अध्ययन केंद्र के निदेशक व पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के अध्यक्ष डॉ. कुलदीप सिंह मीना ने अतिथियों का स्वागत करते हुए बिरसा मुंडा के जीवन एवं जनजातीय नायकों पर प्रकाश डालते हुए आदिवासी अध्ययन केंद्र की उपलब्धियां बताई।

इस अवसर पर आदिवासी अध्ययन केन्द्र द्वारा आयोजित निबंध प्रतियोगिता के विजेता प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र भी वितरित किए गए। संचालन डॉ. प्रवीण चंद ने किया। अंत में डॉ. श्रवण कुमार ने आभार व्यक्त किया।

राजकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज में हुई विविध रचनात्मक गतिविधियां

राजकीय पॉलीटेक्निक महाविद्यालय जोधपुर में जनजातीय गौरव दिवस के पावन अवसर पर भगवान बिरसा मुंडा जयंती एवं वंदे मातरम् राष्ट्रगीत के 150 वर्ष पूर्ण होने पर एक सप्ताह तक चलने वाली विविध सांस्कृतिक, साहित्यिक एवं रचनात्मक गतिविधियों का आयोजन किया गया। महाविद्यालय परिसर इन दिनों देशभक्ति, जनजातीय संस्कृति, रचनात्मकता और युवा ऊर्जा से सराबोर दिखाई दिया। सभी कार्यक्रमों में छात्रों की उल्लेखनीय भागीदारी ने आयोजन को और अधिक प्रभावशाली एवं स्मरणीय बना दिया।

कार्यक्रम श्रृंखला की शुरुआत रंगोली प्रतियोगिता से हुई जिसमें छात्रों ने राष्ट्रभक्ति तथा वंदे मातरम की थीम पर सुंदर एवं आकर्षक डिजाइन प्रस्तुत किए।

(Udaipur Kiran) / सतीश