
मीरजापुर, 15 नवंबर (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम के पूर्व अध्यक्ष एवं विधान परिषद सदस्य लालजी निर्मल ने शनिवार दोपहर विन्ध्याचल अष्टभुजा डाक बंगले पर पत्रकारों से बातचीत की। उन्हाेंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार दलितों के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक सशक्तीकरण के लिए ऐतिहासिक कदम उठा रही है।
उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों, विशेषकर समाजवादी पार्टी के शासनकाल में दलितों पर अत्याचार बढ़े और उनकी जमीनों पर कब्जे किए गए। इसके साथ ही उन्हाेंने जमींदारी विनाश अधिनियम के तहत दलितों को पट्टे की जमीन में जो प्राथमिकता मिलती थी, उसे अखिलेश यादव की सरकार ने समाप्त कर दिया, उन्होंने आरोप लगाया।
लालजी निर्मल ने आगे कहा कि सपा सरकार ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर, संत रविदास, महामाया और रमाबाई के नाम पर बने संस्थानों से उनके नाम हटाकर दलित समाज का अपमान किया। करीब डेढ़ लाख अनुसूचित जाति कर्मियों का प्रत्यावर्तन किया गया और प्रमोशन में आरक्षण का बिल संसद में फाड़ दिया गया।
उन्होंने बताया कि वर्तमान सरकार बाबा साहब के सिद्धांतों के अनुरूप कार्य कर रही है। अंबेडकर के जन्मस्थान से लेकर अंत्येष्टि स्थल तक स्मारक बनवाए जा रहे हैं। लखनऊ के ऐशबाग में नया भव्य अंबेडकर स्मारक तैयार हो रहा है।
निर्मल ने बताया कि वंचित दलितों को योजनाओं का सीधा लाभ देने के लिए पहचान अनिवार्य की गई है। मुसहर समाज जैसे अत्यंत पिछड़े समुदाय को भी बड़ी संख्या में आवास उपलब्ध कराए गए हैं। हमारी सरकार ने स्टैंड अप इंडिया जैसी योजनाओं से दलितों को आर्थिक रूप से मजबूत किया है। कई लोग कौड़ी से करोड़पति बने हैं, उन्होंने दावा किया।
बिहार चुनाव पर उन्होंने कहा कि दलितों ने भाजपा को इसलिए चुना, क्योंकि पार्टी ने उन्हें सम्मान दिया और मुख्यधारा में लाने का कार्य किया।
————–
(Udaipur Kiran) / गिरजा शंकर मिश्रा