Maharashtra

सोच-समझकर किया गया पैसे का निवेश जीवन निर्वहन करने में मददगार साबित होता है: सर्वे

न्यूज से जुड़ा एक कैरिकेचर।

मुंबई, 15 नवंबर, (Udaipur Kiran) । जीवन में परिवार की जिम्मेदारियां अक्सर उसी समय पर आती हैं, जब आप खुद को करियर के लिए स्थापित करने की कोशिश कर रहे होते हैं। ऐसे में यदि पैसे का उपयोग सोच-समझकर और उद्देश्य के साथ किया जाए, तो वह आवश्यकता पूरी करने के साथ ही व्यक्तिगत और करियर विकास में मददगार बन जाता है। यह बातें करियर से जुड़े एक सर्वे में सामने आया है। एमपॉकेट सर्वे के अनुसार, भारत के लगभग 10 प्रतिशत युवा अब क्रेडिट को फ्रीलांसिंग, क्रिएटिव प्रोजेक्ट्स या छोटे वेंचर्स में लगा रहे हैं, जो दिखाता है कि कैसे वित्तीय पहुंच देश के उद्यमी उत्साह को मजबूती दे रही है। रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत के 21.1 प्रतिशत युवा अपस्किलिंग या प्रोफेशनल ग्रोथ के लिए क्रेडिट का उपयोग करते हैं, जबकि 16.5 प्रतिशत शिक्षा में निवेश करते हैं। सर्वेक्षण के नवीनतम निष्कर्ष बताते हैं कि 26.3 प्रतिशत युवा अब भी स्वास्थ्य सेवा के लिए और 12.4 प्रतिशत आपात स्थितियों में क्रेडिट पर निर्भर रहते हैं। भारत के अधिकांश युवा अब क्रेडिट का उपयोग आत्म-निवेश और दीर्घकालिक विकास के लिए कर रहे हैं, जो जिम्मेदारी और सशक्तिकरण की ओर हो रहे बदलाव को दर्शाता है। इस सर्वे में 63 प्रतिशत भारतीय युवाओं ने कहा कि क्रेडिट उन्हें अपने पैसे पर अधिक नियंत्रण का एहसास देता है। बहुत से 30 से कम उम्र के युवा वित्त को स्वामित्व और सशक्तिकरण के साथ अपना रहे हैं। सर्वे में कहा गया है कि एक नया शहर अक्सर करियर के अवसर, उच्च शिक्षा या अपनी क्षमता को खोजने का मौका देता है। ऐसे में वित्तीय तैयारी के साथ सोच-समझकर किया गया पैसे का निवेश जीवन निर्वहन करने में मददगार साबित होता है।

(Udaipur Kiran) / कुमार