
प्रयागराज, 14 नवम्बर (Udaipur Kiran) । जीवनशैली में सुधार और नियमित जांच से मधुमेह के दुष्प्रभावों को काफी हद तक रोका जा सकता है। यह बात शुक्रवार को मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के एंडोक्राइनोलॉजी विभाग की ओर से गुरुवार को विश्व मधुमेह दिवस के अवसर पर पीएमएसएसवाई बिल्डिंग, स्वरूप रानी नेहरू चिकित्सालय में जागरूकता कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. वी. के. पांडेय ने कहा।
मोती लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के एंडोक्राइनोलॉजी विभाग की ओर से शुक्रवार को विश्व मधुमेह दिवस के अवसर पर पीएमएसएसवाई बिल्डिंग, स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय में जागरूकता कार्यक्रम किया गया। जिसकी शुरुआत विभाग के सहायक प्रोफेसर एवं मुख्य संयोजक डॉ. विभू रंजन खरे ने परिचय व स्वागत भाषण से की। उन्होंने कहा कि मधुमेह एक बढ़ती हुई स्वास्थ्य चुनौती है और इसका समय पर नियंत्रण बेहद आवश्यक है। एंडोक्राइनोलॉजी की विभागाध्यक्ष डॉ. अनुभा श्रीवास्तव ने लोगों को एक स्वास्थ्य जीवनशैली और व्यायाम का महत्व बताया।
प्रमुख अधीक्षक डॉ. नीलम सिंह और मेडिसिन विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. पूनम गुप्ता ने भी सम्बोधित किया तथा मधुमेह प्रबंधन के नवीनतम तरीकों पर प्रकाश डाला। नर्सिंग कॉलेज के प्राधान्याचार्य डॉ. श्याम सुंदर ने सुगर के मरीजों में सामाजिक स्वास्थ्य का महत्व बताया। डायटीशियन क़ुसैन हफ़ीज़, मृदु, अंकिता और प्रीति द्वारा प्रस्तुत स्किट कार्यक्रम का आकर्षण रहा, जिसमें भोजन की सही आदतों और व्यायाम के महत्व को सरल तरीके से समझाया गया।
–नीले बैलून रिलीज़ कर दिया जागरूकता का संदेश
इसके बाद बालून रिलीज़ कर मधुमेह-मुक्त समाज का संदेश दिया गया। इस अवसर पर डॉ.अनुभा श्रीवास्तव, डॉ. कमलेश कुमार सोनकर, डॉ. विनोद सिंह, डॉ. अभिषेक सचदेवा और डॉ. सौम्या गुप्ता ने भी अपने विचार रखे। नसिंग के छात्र छात्राओं ने पोस्टर प्रतियोगिता में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। इस प्रतियोगिता को डॉ अजीत चौरसिया, डॉ संतोष कुमार मौर्य एवं डॉ स्मृति सिंह ने किया।
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(Udaipur Kiran) / रामबहादुर पाल