
नई दिल्ली, 14 नवंबर (Udaipur Kiran) । दिल्ली के सहकारिता मंत्री रविंद्र इंद्राज सिंह ने शुक्रवार को 72वें अखिल भारतीय सहकारी सप्ताह के पहले दिन नेशनल कोऑपरेटिव यूनियन ऑफ इंडिया के आयोजन का शुभारंभ किया। रविंद्र इंद्राज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में सहकारिता मंत्रालय के गठन के बाद भारत की सहकारिता व्यवस्था ने वैश्विक स्तर पर नई पहचान बनाई है। राष्ट्रीय सहकारिता नीति 2025 के लिए पूरा देश उनका आभारी है। 2047 में विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में सहकारिता की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होगी।
इंद्राज ने कहा कि आज के आयोजन का थीम “आत्मनिर्भर भारत के वाहक के रूप में सहकारिता” है, यह प्रधानमंत्री का विजन भी है कि भारत का हर नागरिक आत्मनिर्भर बने, और हर गांव, हर शहर, हर संस्था ‘सहकार’ के माध्यम से मजबूत हो।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि दिल्ली में 27 वर्षों बाद नई सरकार के गठन के बाद सहकारिता क्षेत्र में व्यापक सुधारों की दिशा में कार्य प्रारंभ हुआ है। दिल्ली में सहकारिता कानूनों में आवश्यक संशोधन किए जाएंगे ताकि राजधानी में सहकारी संस्थाओं के लिए अनुकूल वातावरण विकसित हो सके। विशेषज्ञों और सहकारी संगठनों से प्राप्त सभी रचनात्मक सुझावों का स्वागत किया जा रहा है।
मंत्री इंद्राज ने कहा कि दिल्ली को सहकारिता नवाचार का नेशनल मॉडल बनाने की दिशा में कार्य हो रहे हैं ताकि विकसित भारत और विकसित दिल्ली निर्माण में इसका अहम स्थान हो। दिल्ली के सहकारी बैंक और थ्रीफ्ट एंड क्रेडिट सोसायटीज़ को मजबूत बनाने के लिए लगातार बैठकें की जा रही हैं, ताकि ये आम नागरिकों के लिए भरोसेमंद और सुलभ बैंकिंग विकल्प के रूप में उभरें। दिल्ली की हाउसिंग सोसायटीज़ में स्व-सहायता समूहों के रिटेल स्टोर खोलने की योजना का भी विचार है। इन स्टोर्स के माध्यम से गरीब और वंचित महिलाओं और युवाओं को आत्मनिर्भर बनाना है।
मंत्री इंद्राज ने कहा कि हमें सहकारिता के माध्यम से प्रधानमंत्री जी के ‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान को भी मजबूत बनाना है। उन्होंने एनसीयूआई और सभी सहकारी संस्थाओं को बधाई देते हुए, अखिल भारतीय सहकारी सप्ताह को जन-जन का उत्सव बनाने की अपील की।
इस अवसर पर इंटरनेशनल कोआपरेटिव अलायंस के अध्यक्ष डॉ. चंद्रपाल सिंह यादव, एनसीयूआई के मुख्य कार्यकारी डॉ. सुधीर महाजन एवं देशभर से आए सहकारी संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
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(Udaipur Kiran) / धीरेन्द्र यादव