

धमतरी, 13 नवंबर (Udaipur Kiran) । एकलव्य आवासीय विद्यालय पथर्रीडीह में कक्षा 12वीं के छात्र हिमांशु नेताम आत्महत्या मामले से आक्रोशित आदिवासी समाज के पदाधिकारी व समाजजनों ने कुकरेल में सड़कजाम कर प्रदर्शन किया। समाजजनों की मांग है कि छात्र को आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित करने वालों एवं विद्यालय प्रबंधन के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने समेत कई अन्य मांगे शामिल है। वहीं 13 नवंबर को नौ सूत्रीय मांगों को लेकर सर्व आदिवासी समाज के पदाधिकारी कलेक्टर अबिनाश मिश्रा से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा है। इस दौरान उच्च स्तरीय न्यायिक जांच की मांग की है।
एकलव्य आवासीय विद्यालय पथर्रीडीह में कक्षा 12वीं के छात्र हिमांशु नेताम आत्महत्या मामले से आक्रोशित सर्व आदिवासी समाज जिला धमतरी के पदाधिकारी व समाजजनों ने कुकरेल चौक पर चक्काजाम कर प्रदर्शन् किया। यहां विद्यालय प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। इस दौरान सर्व आदिवासी समाज के जिलाध्यक्ष जीवराखन मरई ने कहा कि पूर्व में भी विद्यालय में छात्रों के साथ प्रताड़ना की शिकायतें हुई थीं। जांच समिति का गठन भी किया गया था, लेकिन एक भी शिकायत पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब बड़ी घटना का होना यह स्पष्ट संकेत देता है कि विद्यालय प्रबंधन विद्यार्थियों को प्रताड़ित कर मानसिक दबाव बना रहा है। विद्यालय में बाहरी लोगों की नियुक्ति के कारण यह स्थिति उत्पन्न हो रही है। आदिवासी विद्यालयों में नियुक्तियां आदिवासी वर्ग से होना आवश्यक था, लेकिन इस नियम की निरंतर अनदेखी की जा रही है। सर्व आदिवासी समाज के धमतरी तहसील अध्यक्ष जयपाल ठाकुर ने कहा कि यह आदिवासी क्षेत्र है और एकलव्य स्कूल में आदिवासी बच्चे पढ़ते हैं, इनके देखरेख शासन और प्रशासन की जिम्मेदारी है। अगर शासन अपना काम जिम्मेदारी से नहीं करेगा, तो समाज चुप नहीं बैठेगा। चक्काजाम में समाज के पदाधिकारी, महिला प्रभाग, युवा प्रभाग एवं बड़ी संख्या में समाजजन शामिल हुए। इस दौरान मृत छात्र के लिए दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई और न्याय की मांग को लेकर नारेबाजी की गई। ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया है कि शिक्षा के नाम पर हो रहे अत्याचारों को अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और आने वाले दिनों में बड़े आंदोलन की तैयारी की जाएगी। एसडीएम प्रीति दुर्गम को समाजजनों ने ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शन् के दौरान एसडीओपी यशकिरण ध्रुव, टीआई टुमन लाल डड़सेना सहित पुलिस बल मौजूद थे। चक्काजाम करने वालों में प्रमुख रूप से जीवराखन मरई, जयपाल सिंह ठाकुर, महेश रावटे, विमल नेताम, गजानंद मरकाम, अश्वनी ठाकुर, कृष्णा ठाकुर, सूर्या नेताम, कमलनारायण ध्रुव, ओंकार नेताम, सजल नाग, विनोद मरकाम, राजकुमार मंडावी, नरेश मरकाम, बिसु राम मरकाम, सखाराम नेताम, संतुराम ओटी, भगवान सिंह नेताम, श्रवण नेताम, नीलू छैदेया, चन्द्रकला नेताम, चन्द्रकिरण नेताम, चमेली नेताम, माधुरी रावटे, भूमिका कोर्राम सहित सैकड़ों समाजजन शामिल थे।
समाज की प्रमुख मांगें शामिल:
प्रदर्शन के दौरान समाजजनों ने मांग की है कि इस प्रकरण की उच्च स्तरीय मजिस्ट्रियल जांच कराई जाए। विद्यालय के प्राचार्य, वार्डन एवं संबंधित शिक्षकों को तत्काल निलंबित किया जाए। मृत छात्र के परिवार को 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और एक सदस्य को शासकीय नौकरी देने की मांग की है। विद्यालयों में छात्रों की सुरक्षा और मानसिक स्वास्थ्य के लिए स्थायी निगरानी समिति गठित की जाए। एकलव्य विद्यालयों में स्थानीय आदिवासी युवाओं की नियुक्ति को प्राथमिकता देने की मांग की है। आंदोलन के दौरान समाज प्रतिनिधियों ने प्रशासन को ज्ञापन सौंपते हुए चेतावनी दी है कि यदि 15 दिनों के भीतर जांच शुरू नहीं की गई और जिम्मेदारों पर कार्रवाई नहीं हुई, तो समाज व्यापक आंदोलन करेगा।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा