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ओवरऑल चैम्पियनशिप में कल्पनाथ राय पीजी कॉलेज बना विजेता

–महिला चैम्पियनशिप में भी गोरखपुर विश्वविद्यालय ने मारी बाजी

–तीन स्वर्ण पदकों के साथ रवि राय बने सर्वश्रेष्ठ पुरुष खिलाड़ी

गोरखपुर, 12 नवम्बर (Udaipur Kiran) । दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के क्रीड़ा परिषद द्वारा आयोजित तीन दिवसीय वार्षिक एथलेटिक मीट का आज नए कीर्तिमानों के साथ समापन हुआ। इस वर्ष का ओवरआल चैम्पियन 136 अंकों के साथ कल्पनाथ राय पीजी कॉलेज बना। कल्पनाथ राय पीजी कॉलेज ने 17 स्वर्ण पदक, 11 रजत पदक और 3 कांस्य पदक के साथ पहला स्थान हासिल किया। कल्पनाथ राय पीजी कॉलेज ने 12 स्वर्ण, 9 रजत और 3 कांस्य पदक के साथ के साथ पुरुष चैम्पियनशिप भी अपने नाम किया।

इस वर्ष गोरखपुर विश्वविद्यालय ने महिला चैम्पियनशिप पर कब्जा जमाया। गोरखपुर विश्वविद्यालय ने 5 स्वर्ण, 7 रजत और 3 कांस्य पदक के साथ कुल 57 अंक हासिल किया। महिला वर्ग में गोरखपुर विश्वविद्यालय की ही रिया सिंह गौतम सर्वश्रेष्ठ एथलीट चुनी गईं। रिया ने पांच पदक जीते, जिनमें चार स्वर्ण और एक रजत पदक शामिल है। रिया सिंह ने 100 मीटर दौड़ में नया कीर्तिमान स्थापित किया। उन्होंने 12.62 सेकंड के साथ नया रिकॉर्ड कायम किया, जबकि पुराना रिकॉर्ड 12.84 सेकंड का था। वहीं पुरुष वर्ग में एसकेजीएन पीजी कॉलेज के रवि राय ने 3 स्वर्ण पदकों के साथ पुरुष वर्ग में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का खिताब जीता।

विश्वविद्यालय के शिक्षकों एवं अधिकारियों के बीच आयोजित स्पर्धा में रस्साकशी की विजेता अध्यक्ष, क्रीड़ा परिषद की टीम ने कुलपति की टीम को 2-1 से शिकस्त दी। शिक्षक एवं अधिकारियों की 100 मीटर की (पुरुष वर्ग) दौड़ में मदन मोहन मालवीय पीजी कॉलेज के डॉ कमलेश कुमार ने स्वर्ण और गोरखपुर विश्वविद्यालय के डॉक्टर बृजेश कुमार ने रजत और विश्वविद्यालय के अभियंता शशांक सिंह ने कांस्य पदक हासिल किया। वहीं महिला वर्ग की 100 मीटर की दौड़ में गोरखपुर विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग की डॉ गरिमा सिंह ने स्वर्ण, इतिहास विभाग की डॉ सुनीता ने रजत और मनोविज्ञान विभाग की डॉ प्रियंका गौतम ने कांस्य पदक हासिल किया।

इस तीन दिन के आयोजन में मोहम्मद अख्तर की अगुवाई में 20 निर्णायक, पुनीत श्रीवास्तव की अगुवाई में क्रीडा परिषद और शारीरिक शिक्षा विभाग के सभी कर्मचारी तथा सर्वेश चंद की अगुवाई में लगभग 25 वॉलिंटियर्स ने पूरे समारोह को शुचितापूर्ण, व्यवस्थित और अविस्मरणीय बनाने में अपना सर्वोत्तम योगदान दिया।

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(Udaipur Kiran) / प्रिंस पाण्डेय