
गुवाहाटी, 12 नवम्बर (Udaipur Kiran) । असम के मुख्यमंत्री डाॅ. हिमंत बिस्व सरमा ने हाल ही में हुए दिल्ली धमाके को देश में उभरती ‘कट्टरता के नए आयाम’ का चिंताजनक संकेत बताया है।
पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि अब यह धारणा गलत साबित हो रही है कि अशिक्षा लोगों को कट्टरता की ओर ले जाती है। उन्होंने कहा, “पहले हम मानते थे कि शिक्षा की कमी कट्टर सोच को जन्म देती है, लेकिन आज हम देख रहे हैं कि शिक्षित व्यक्ति भी राष्ट्र के प्रति निष्ठावान नहीं हो सकता है। जो व्यक्ति दिल से वंदे मातरम् नहीं गा सकता, वह भारत का सच्चा देशभक्त नहीं हो सकता।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि केवल शिक्षा से किसी व्यक्ति की सोच या विचारधारा नहीं बदलती। उन्होंने कहा कि अब तक कहा जाता था कि शिक्षा चरमपंथ को मिटाती है, लेकिन आज यह स्पष्ट है कि कई शिक्षित लोग यहां तक कि डॉक्टर तक भी खतरनाक सोच रख सकते हैं। चाहे कोई कितना भी पढ़ा-लिखा क्यों न हो, उसका मूल स्वभाव नहीं बदलता।
डाॅ. हिमंत बिस्व सरमा का यह बयान उस समय आया हैं जब दिल्ली धमाके के बाद देशभर में इसके वैचारिक कारणों पर बहस शुरु हाे गई है। वहीं, जांच एजेंसियां मामले की तहकीकात में जुटी हैं। अब तक कई संदिग्धों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
——————–
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश