CRIME

कुरियर व्यवसायी की हत्या के मामले में कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन, व्यापारियों ने निकाला जुलूस

चित्तौड़गढ़ में हुई हत्या के मामले में हुआ विरोध प्रदर्शन।

चित्तौड़गढ़, 12 नवंबर (Udaipur Kiran) । शहर में मंगलवार दोपहर सिटी पेट्रोल पंप के समीप शहर के कुरियर व्यवसायी रमेश ईनाणी को गोली मार देने और उपचार के दौरान उनकी मौत हो जाने के बाद आज सुबह से ही लगातार हंगामा चलता रहा। व्यापार संघ और सर्व समाज की ओर से सुबह बंद का आह्वान किया था, जिसका मिला-जुला असर देखने को मिला। वहीं व्यापार संघ की ओर से गोल प्याऊ से कलक्ट्रेट तक रैली निकाल कर प्रदर्शन किया। वहीं उदयपुर चिकित्सालय में मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम के बाद शव को चित्तौड़गढ़ लाया गया। कुछ प्रदर्शनकारियों ने एंबूलेंस को कलेक्ट्रेट में लाकर खड़ा कर दिया और मृतक ईनाणी के परिजन और अन्य लोग भी कलेक्ट्रेट में एकत्र हो गए।

इस मामले में षड़यंत्र का खुलासा करने और हमले के पीछे के मुलजिमों को गिरफ्तार करने की मांग उठाई। चित्तौड़गढ़ शहर में मंगलवार को कुरियर व्यवसायी और भाजपा नेता रमेश ईनाणी को गोली मार दी थी। इन्हें गंभीर हालत में उदयपुर रेफर किया गया, जहां उनकी मौत हो गई थी। इधर, इस मामले में पुलिस ने सीसी टीवी फुटेज में संदिग्ध दिख रहे व्यक्ति को देर रात डिटेन कर लिया और पूछताछ में जुटी है। हालांकि पुलिस की ओर से हत्या के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है। लेकिन गोली मारने वाले शख्स को गिरफ्तार कर लिया है। इसकी पहचान उत्तर प्रदेश के बनारस निवासी मनीष दुबे के रूप में हुई है। इधर, आज दोपहर से ही कलक्ट्रेट परिसर में ही प्रदर्शन चलता रहा और लोग हत्यारों काे फांसी देने की मांग करते रहे। काफी देर तक प्रदर्शनकारी परिवार की महिलाएं कलक्ट्रेट में धरना लगा कर बैठ गई और एक प्रतिनिधि मंडल ने पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी से मुलाकात की। लेकिन बाहर आने के बाद प्रदर्शनकारियों ने पुलिस द्वारा दिये गये आश्वासन को अनसुना कर दिया और प्रदर्शन जारी रहा।

मां को गाली देने पर चलाई गोली…?

बीती रात रमेश ईनाणी की गोली मार कर हत्या कर देने वाले गिरफ्तार किए शख्स से पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है। सूत्र बताते है कि प्रारंभिक पूछताछ में गोली मारने वाले शख्स ने बताया कि वह कालिका माता का भक्त है और उसने कुछ वर्षों पहले पद्मावत फिल्म देखी, जिसमें कालिका माता के बारे में जानकारी मिली तो वह लगातार चित्तौड़गढ़ आने लगा। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार शख्स पिछले 3 साल से अधिक समय से चित्तौड़गढ़ आ रहा है और नवरात्रि, गुप्त नवरात्रि के दौरान मंदिर में रह कर ही आराधना आदि करता है। पूछताछ के सूत्रों के अनुसार दो साल पहले उक्त व्यक्ति मोबाइल फोन कुरियर करने के लिए ईनाणी कुरियर पर गया था। कुरियर का वजन ज्यादा होने पर अधिक पैसे की मांग के कारण उसकी वहां बोलचाल हो गई। गोली चलाने वाले व्यक्ति का कहना है कि इस दौरान मृतक रमेश ने उसे मां की गाली दी थी और वह तभी से उसे मारने की योजना बना रहा था। जानकारी में आया कि तीन-चार बाद उसने प्रयास किया लेकिन ईनाणी के साथ कोई न काेई महिला थी इसलिए उसने गोली नहीं चलाई। सूत्र बताते है कि पकड़े गये शख्स ने रिवॉल्वर लाने के स्थान आदि की भी जानकारी दी है।

दो माह से किराए पर रह रहा था हत्यारा

प्रारंभिक पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ है कि गोली मारने वाला मनीष दुबे पिछले दो माह से किसी शांतिलाल विश्वकर्मा के मकान में किराये से रह रहा था। वहीं पिछले 5 दिनों से यह उस घर पर नहीं गया था। जानकारी मिली है कि पहले भी वह अलग-अलग समय कभी एक माह, कभी 25 दिन चित्तौड़गढ़ में अलग-अलग स्थानों पर रहा चुका है और नवरात्रि के दौरान कालिका माता के मंदिर में ही आराधना करता है। इससे प्रारंभिक रूप से प्रतीत होता है कि गोली मारने वाला शख्स मानसिक अवसादित है। हालांकि प्रारंभिक पूछताछ के बाद पुलिस पूरे मामले की कड़ी से कड़ी जोड़ने में लगी है वहीं किसी अन्य व्यक्ति की भूमिका या उसे सुपारी तो नहीं दी इस पहलु पर भी जांच में जुटी है।

संत रमताराम पर लगाए आरोप

रमेश ईनाणी की मौत के बाद बीती शाम उसके परिजनों की ओर से कोतवाली थाने में रिपोर्ट दी गई। इसमें रामद्वारा के पीछे की भूमि का विवाद होना बताया और इस मामले में संत रमताराम की भूमिका होने की आशंका जाहिर की है। पुलिस इस पहलु पर भी लगातार जांच में जुटी है। वहीं आज प्रदर्शनकारियों ने भी रामद्वारे के संत की भूमिका होने की बात कही है।

थानाधिकारी ने निकाली पिस्तौल

दोपहर में जब मृतक रमेश ईनाणी का शव चित्तौड़गढ़ लाया गया और अंडर ब्रिज से एंबूलेंस को कलक्ट्रेट लाने का प्रयास किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों से पुलिस की हल्की झड़प हाे गई। सदर थानाधिकारी द्वारा हाथ में पिस्तौल निकाल लेने से मामला थोड़ा उग्र हो गया। पुलिस की मंशा थी कि शव को सीधे घर ले जाया जाये वहीं प्रदर्शनकारी शव को कलेक्ट्रेट लाना चाहते थे। सीआई निरंजन प्रताप सिंह द्वारा पिस्तौल निकाल लेने का मामला सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गया। वहीं लोग दूसरे रास्ते से एंबुलेंस कलेक्ट्रेट लेकर पहुंच गये।

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(Udaipur Kiran) / अखिल