Uttar Pradesh

वाराणसी नगर निगम सदन में वित्तीय वर्ष 2025-26 का पुनरीक्षित बजट सर्वसम्मति से पारित

वाराणसी नगर निगम सदन की बैठक

—कुल बजट 1575.86 करोड़ रूपये, मूल बजट से 46.48 करोड़ रूपये की वृद्धि

वाराणसी, 1 नवम्बर (Udaipur Kiran) । वाराणसी नगर निगम के लिए शनिवार का दिन खास रहा, जब वित्तीय वर्ष 2025-26 का पुनरीक्षित बजट सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया। टाउनहॉल स्थित गांधी भवन सभागार में महापौर अशोक कुमार तिवारी की अध्यक्षता में हुई सदन की बैठक में कुल 1575.86 करोड़ रूपये का पुनरीक्षित बजट पारित किया गया। इसमें नगर निगम के लिए 1324.46 करोड़ रूपये तथा जलकल विभाग के लिए 251.40 करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया है।

यह बजट मूल बजट की तुलना में 46.48 करोड़ रूपये अधिक है। बैठक में उपसभापति एवं भाजपा पार्षद नरसिंह दास ने बजट प्रस्तुत किया। नगर निगम के विभिन्न राजस्व मदों में आंशिक वृद्धि की गई है। सम्पत्तिकर को ₹110 करोड़ से बढ़ाकर ₹125 करोड़, सिनेमा कर ₹10 लाख से बढ़ाकर ₹20 लाख, स्टाम्प ड्यूटी ₹15 करोड़ से बढ़ाकर ₹30 करोड़, तथा दुकान किराया ₹7 करोड़ से बढ़ाकर ₹8 करोड़ किया गया है। इसके साथ ही दुकानदारों के नियमितीकरण में ₹1 लाख से वृद्धि कर ₹10 लाख का प्रावधान किया गया है। पहली बार जुर्माना मद में ₹10 लाख का प्रावधान जोड़ा गया है, जबकि पार्किंग शुल्क ₹1.50 करोड़ से बढ़ाकर ₹2 करोड़ और रोड कटिंग शुल्क ₹4 करोड़ से बढ़ाकर ₹6 करोड़ किया गया है। विविध आय, 14वां वित्त आयोग ब्याज, और दुकान जमानत धनराशि जैसे मदों में भी वृद्धि की गई है। बजट में ‘मेट्रोपॉलिटन पब्लिक हेल्थ सर्विलांस यूनिट’ नाम से एक नया मद जोड़ा गया है, जिसके लिए ₹5 करोड़ का प्रावधान किया गया है।

व्यय पक्ष में भी कई महत्वपूर्ण मदों में वृद्धि की गई है। कार्यालय के विद्युत बिल के लिए ₹90 लाख से बढ़ाकर ₹3 करोड़, सड़कों के रख-रखाव के लिए ₹7 करोड़ से बढ़ाकर ₹8 करोड़, मार्ग प्रकाश अनुरक्षण ₹1 करोड़ से बढ़ाकर ₹5.60 करोड़, तथा नाला-नाली अनुरक्षण ₹7 करोड़ से बढ़ाकर ₹8 करोड़ किया गया है।

गंगा घाटों की मरम्मत पर ₹80 लाख से बढ़ाकर ₹1 करोड़ तथा सिल्ट सफाई पर ₹3 करोड़ से बढ़ाकर ₹5 करोड़ का प्रावधान किया गया है। मृत पशु निस्तारण, वाहन मरम्मत, नाला सफाई, और ठेकेदारों के बकाया भुगतान जैसे मदों में भी उल्लेखनीय वृद्धि की गई है।

सदन ने कान्हा योजना गौशाला निर्माण के लिए ₹2.5 करोड़ के बजट का प्रस्ताव भी पारित किया। महापौर ने बैठक में म्यूनिसिपल बॉन्ड के अंतर्गत होने वाले कार्यों को शीघ्र प्रारंभ करने के निर्देश दिए।

जलकल विभाग का बजट प्रस्तुत करते हुए उपसभापति नरसिंह दास ने कहा कि विभागीय कार्यों में पारदर्शिता और दक्षता बढ़ाने पर जोर रहेगा। पार्षद राजेश यादव ‘चल्लू’ ने जलकर बिलों से सरचार्ज माफ करने का प्रस्ताव रखा, जिस पर महापौर ने बताया कि शासन से इस संबंध में पत्राचार किया गया है और अनुमति मिलने के बाद सरचार्ज माफ किया जाएगा। पार्षद अभय पांडेय ने सारनाथ क्षेत्र के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से निकलने वाले वेस्टेज जल की निकासी व्यवस्था सुधारने की मांग की, जबकि पार्षद इंद्रेश सिंह ने जलकल कर्मचारियों को वर्दी वितरण की आवश्यकता पर जोर दिया।

बैठक के अंत में महापौर तिवारी ने सदन को बताया कि देव दीपावली के बाद ‘सौ दिन, सौ वार्ड — नगर निगम आपके द्वार’ अभियान शुरू किया जाएगा। इस अभियान के तहत महापौर, क्षेत्रीय पार्षद और अधिकारी वार्डों में जाकर नागरिकों की समस्याओं और सुझावों को सुनेंगे और उनका समाधान करेंगे। बैठक में नगर आयुक्त हिमांशु नागपाल, नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारी तथा सभी दलों के पार्षद उपस्थित रहे।

—————

(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी

Most Popular

To Top