
जोधपुर, 11 नवम्बर (Udaipur Kiran) । शहर के घांचियों का बास बाइजी तालाब के पास में चांदी के आभूषण बनाने वाली एक फै क्ट्री से छह कारीगर मिलकर 10.200 किलोग्राम चांदी लेकर चंपत हो गए। चांदी की बाजार अनुमानित कीमत 16 लाख 14 हजार है। घटना सोमवार सुबह की है। फैक्ट्री का मालिक सुबह ही दुबई किसी कामकाज से गया था। घटना के संबंध में सदर बाजार थाने मेें मैनेजर की तरफ से केस दर्ज कराया गया है। आरोपियों ने जिस स्कूटी को काम में लिया वह सरदारसमंद रोड भांडू के पास में लावारिश हालत में मिली है। फिलहाल पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है।
थानाधिकारी माणकराम ने बताया कि घांचियों का बास बाइजी तालाब के पास में राजहंस ज्वैलर्स एण्ड संस नाम से चांदी के आभूूषण बनाने की फैक्ट्री है। इसका मालिक सोमवार की सुबह आठ बजे फ्लाइट से दुबई किसी काम के सिलसिले में चला गया। यहां फैक्ट्री में 15-20 कारीगर काम करते है। जिन्हें सुबह चांदी दी जाती है और शाम को उनसे चंादी के तैयार आभूषण लिए जाते है।
सोमवार को मैनेजर अशोक कु मार ने कारीगरों को आभूषण बनाने के लिए चांदी दी थी। बाद में वह अपने काम में व्यस्त हो गया। शाम को जब आभूषण बनाकर तैयार करने की बात आई तो पता लगा कि आगरा उत्तरप्रदेश का मुकुल सैन के साथ पांच अन्य कारीगर गायब है। इन लोगों का 10 किलो 200 ग्राम चांदी दी गई थी। मगर सभी गायब हो गए। इस चांदी की बाजार अनुमानित कीमत 16 .14 लाख है।
सीसीटीवी फुटेज में दिखे बैग के साथ :
थानाधिकारी माणकराम ने बताया कि आरोपी एक स्कूटी पर बैग के साथ जाते दिखे है। यह स्कूटी बाद में लावरिश हालत में सरदार समंद रोड गोरा होटल के नजदीक भांडू के पास में मिली है। आरोपियों ने अपने फोन भी बंद कर दिए है।
मुखिया खुद मुकुल सैन :
अब तक जांच पड़ताल में सामने आया कि कारीगरों का मुखिया खुद उत्तरप्रदेश के आगरा निवासी मुकुल सैन पुत्र राजेंद्र सैन है। वह ही कारीगरों को यहां काम पर रखता था।
कारीगरों का नहीं कराया गया सत्यापन :
यह भी पता लगा कि वहां काम करने वाले कारीगरों का सत्यापन भी पूर्ण रूप से नहंी कराया गया था। सदर बाजार थाने का कांस्टेबल सत्यापन के लिए गया भी था, मगर मैनेजर आदि ने बताया कि मुखिया मुकुल सैन के बारे में पूरी जानकारी रहती है ऐसे में उनके द्वारा कोई सत्यापन नहीं करवाया गया।
(Udaipur Kiran) / सतीश