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भारत पर लगाए गए आयात शुल्क ज्यादा है, ये कम किए जांएगे -ट्रंप

अमेरिकी राष्ट्रपति डाेनाल्ड ट्रंप
US Ambassador to India Sergio Gor with President Donald Trump soon after taking the oath

वाशिंगटन, 11 नवंबर (Udaipur Kiran) ।अमेरिकी राष्ट्रपति डाेनाल्ड ट्रंप ने साेमवार काे यह माना कि भारत के खिलाफ लगाए गए आयात शुल्क काफी अधिक हैं और कहा कि दाेनों देशों के बीच व्यापार समझौता होने वाला है और इसी के साथ भारत पर लगाये गये आयात शुल्क में कटाैती की जाएगी।

ट्रंप ने यहां ओवल हाउस में भारत में नियुक्त अमेरिका के नए राजदूत सर्जियाें गाेर के शपथ ग्रहण समाराेह के दाैरान यह घाेषणा की।उन्हाेंने संवाददाताओं से कहा कि वर्तमान समय में भारत के रूस से तेल खरीदने के कारण उसपर लगाए गए शुल्क काफी ज्यादा है।ट्रंप ने कहा, उन्हाेंने अब यह तेल खरीदी बंद कर दी है और इसमें काफी कटाैती हुई है। अब हम आयात शुल्क काे कम करने जा रहे हैें।ये शुल्क रूस से तेल खरीदने के कारण लगाए गए थे। किसी ‘सही समय’ पर भारत पर लगाए गए आयात शुल्काें में कमी की जाएगी।

गाैरतलब है कि ट्रंप प्रशासन ने यूक्रेन युद्ध के कारण भारत द्वारा रूस से तेल खरीदे जाने पर उसके खिलाफ पचास प्रतिशत आयात शुल्क लगा दिए थे। यह किसी भी देश के खिलाफ लगाए गए सबसे ज्यादा शुल्क थे। उनका आराेप था कि इससे रूस काे यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में मदद मिलती है।

इस बीच ट्रंप ने संभावित भारत-अमेरिका व्यापार समझाैते के बारे में कहा, हम इस बारे में समझाैता करेंगे। यह पहले किए गए समझाैताें से बिल्कुल अलग हाेगा।

इस दाैरान पहली बार अमेरिकी राष्ट्रपति ने स्वीकार किया कि रूसी तेल के कारण भारत पर लगाए गए प्रतिबंधाें की बाबत वह वहां बेहद अलाेकप्रिय हाे गए हैं और भारतीय उन्हें ‘संशकित’ नजराें से देखते हैं। उन्हाेंने कहा, इस समय वे मुझे पंसद नहीं करते पर वे जल्द हमें दाेबारा पंसद करने लगेंगे। हम एक ‘निष्पक्ष समझाैतें’ की ओर बढ़ रहे हैं जाे उचित व्यापार समझाैता हाेगा। पहले हमारे समझाैते काफी अनुचित हाेते थे।

अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारतीय लाेगाें की यह कहते हुए तारीफ भी की कि वे बेहद अच्छे ‘वार्ताकार’ हैं। उन्हाेंने कहा, हम जल्द ही ऐसा व्यापार समझाैता करने वाले हैं जाे दाेनाें देशाे के हित में हाेगा।

इस बीच ट्रंप के खासमखास समझे जाने वाले गाेर काे व्हाईट हाउस में आयाजित एक समाराेह में भारत के राजदूत के ताैर पर शपथ दिलाई गई। उन्हें बधाई देते हुए भी ट्रंप भारत की प्रशंसा करने से नहीं चूके। उन्हाेंने भारत काे दुनिया के प्राचीनतम सभ्यताओं में से एक और दुनिया का बड़ा देश कहा। ट्रंप ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र माेदी की भी भूरि भूरि प्रशंसा की और कहा कि माेदी के साथ उनके बेहद अच्छे संबध हैं। उन्हाेंने आशा जताई की भारत में नए अमेरिकी राजदूत का ध्यान इन संबधाें काे रणनीतिक, आर्थिक और सुरक्षा पैमानाें पर और आगे ले जाने पर ही हाेगा।

उन्हाेंने संकेत दिया कि गाेर पहले ही भारतीय प्रधानमंत्री के साथ दाेस्ताना संबध बना चुके हैं। ट्रंप ने कहा, मै जानता हूं कि आप वहां काफी सफल हाेंगे। यह बहुत ही महत्वपूर्ण संबध है। भारत में मध्यमवर्ग तेजी से बढ़ रहा है। यह हिन्द-प्रशांत क्षेत्र में एक बेहद खास अर्थव्यवस्था और महत्वपूर्ण रणनीतिक साझीदार है। यह एक अदभुत देश है।

गाेर काे उनकी भूमिका के बारे में ‘इशारा’ करते हुए उन्हाेंने कहा एक राजदूत के ताैर पर गाेर हमारें सबंधाे काे पुख्ता करने के साथ प्रमुख अमेरिकी उद्याेगाें और तकनीकी क्षेत्राें में निवेश बढ़ाने और अमेरीकी ऊर्जा निर्यात के साथ सुरक्षा सहयाेग का विस्तार करने का प्रयास करेंगे। हालांकि उन्हाेंने कहा कि कुछ लाेग गाेर काे पसंद नहीं करते हैं। उन्हाेंने कहा, जिन्हें वे पंसद नहीं हैं उन्हें वे पंसद नहीं ही हैं और जिन्हें वे पंसद हैं उन्हें वे बेहद पंसद आते हैं।

गाेर एक राजनीतक रणनीतिकार और राजनयिक हैं जिनके पास सार्वजनिक सेवा में दशकाें का अनुभव है। वह ट्रंप के अभियानाें से भी जुड़े रहे हैं। शपथ ग्रहण करने बाद गाेर ने ट्रंप काे धन्यवाद देते हुए कहा, मै दाेनाें राष्ट्राें के बीच संबधाें काे बढ़ाने के लिए उत्सुक हूं।

समाराेह में उप राष्ट्रपति जे डी वेंस, विदेश मंत्री मार्काे रूबियाें, वित्त मंत्री स्काट बेसेंट, अमेरीकी अटार्नी जनरल टाम बाेंडी, काेलंबिया जिले के अमेरीकी अटार्नी जिनिन पिराें, सीनेटर लिंडसे ग्राहम और दिवंगत धुर दक्षिणपंथी नेता चार्ली किर्क की पत्नी एरिका किर्क को भी आमंत्रित किया गया था।

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(Udaipur Kiran) / नवनी करवाल