Madhya Pradesh

अनूपपुर: खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने हेतु विद्यालय स्तर पर आयोजित करायें प्रतियोगिता -कलेक्टर

कलेक्टर ने समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देश देते हुयें

अनूपपुर, 10 नवंबर (Udaipur Kiran) । जिले के विद्यार्थियों में विभिन्न प्रकार की खेल प्रतिभाएँ विद्यमान हैं, जिन्हें पहचानने और प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है। जिला शिक्षा अधिकारी विद्यार्थियों की प्रतिभाओं को उभरने का अवसर प्रदान करने हेतु विद्यालय स्तर पर खेल टूर्नामेंट आयोजित किए जाएँ। देश में खेल प्रतिभाओं का एक नया दौर प्रारंभ हो चुका है, ऐसे में विद्यालय स्तर से ही खेल भावना और प्रतिस्पर्धात्मक योग्यता को विकसित किया जाना आवश्यक है। यह निर्देश सोमवार को कलेक्टर हर्षल पंचोली कलेक्ट्रेट स्थित नर्मदा सभागार में आयोजित समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को दिए।

बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अर्चना कुमारी, अपर कलेक्टर दिलीप कुमार पांडेय, अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत के. के. सोनी सहित विभिन्न विभागों के विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

कलेक्टर ने कहा कि विद्यालयों में क्रय की गई खेल सामग्रियों के संबंध में जानकारी प्राप्त की। जिला शिक्षा अधिकारी ने अवगत कराया कि जिले के 93 विद्यालयों में वॉलीबॉल, 277 विद्यालयों में फुटबॉल, 309 विद्यालयों में क्रिकेट किट, 636 विद्यालयों में बैडमिंटन, 746 विद्यालयों में शतरंज, 215 विद्यालयों में लूडो तथा 216 विद्यालयों में अन्य खेल सामग्रियाँ क्रय कर वितरित की जा चुकी हैं। अब विद्यार्थियों को खेलों के प्रति प्रोत्साहित किया जा रहा है। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि आगामी दिनों में कार्ययोजना बनाकर विभिन्न प्रतिस्पर्धात्मक खेल टूर्नामेंटों का आयोजन किया जाए, ताकि विद्यार्थियों में खेल भावना और सहभागिता को बढ़ावा मिल सके।

कलेक्टर ने जिले के सभी मुख्य नगरपालिका अधिकारियों को निर्देश दिए कि शीत ऋतु को ध्यान में रखते हुए आश्रय स्थलों में समुचित व्यवस्थाएं की जाएं तथा सार्वजनिक स्थलों पर अलाव की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि सर्दी से बचाव हेतु सभी आवश्यक प्रबंध समय पर किए जाएं। नगरीय क्षेत्रों में साफ-सफाई व्यवस्था भी की जाए। वित्तीय वर्ष 2025-26 के अंतर्गत नल-जल योजना में निर्माणाधीन परियोजनाओं की स्थिति की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि प्रगतिरत परियोजनाओं को शीघ्र पूर्ण कर ग्राम पंचायतों को हैंडओवर किया जाए। साथ ही उन्होंने निर्देश दिए कि जो परियोजनाएं पूर्ण नहीं हुई हैं, उन्हें ग्राम पंचायत द्वारा हैंडओवर न लिया जाए। इस संबंध में आवश्यक दिशानिर्देश मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत को दिए हैं। नल-जल योजना के अंतर्गत परियोजनाओं के मेंटेनेंस की जिम्मेदारी लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को सौंपी है।

कलेक्टर ने जिले के अधिकारियों को आवंटित शैक्षणिक संस्थानों एवं छात्रावासों के निरीक्षण के दौरान पाई गई कमियों के संबंध में विस्तृत चर्चा की। उन्होंने इस संबंध में सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग, जिला शिक्षा अधिकारी तथा जिला समन्वयक सर्व शिक्षा अभियान को निर्देशित किया कि शैक्षणिक संस्थानों में पाई गई कमियों को शीघ्र दूर किया जाए। सभी अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि वह शैक्षणिक संस्थानों एवं छात्रावासों का औचक निरीक्षण करें। निरीक्षण के दौरान यदि कोई कमी पाई जाती है, तो उसका प्रतिवेदन सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग एवं अन्य संबंधित अधिकारियों को तत्काल भेजा जाए, ताकि व्यवस्थाओं में आवश्यक सुधार समय पर किया जा सके।

जिले में अटल ई-सेवा केंद्र के अंतर्गत किए जा रहे कार्यों की जानकारी जिला प्रबंधक ई-गवर्नेंस ने कलेक्टर को अवगत कराया कि जिले की 227 ग्राम पंचायतों में आवश्यक व्यवस्थाएं करने हेतु अटल ई-सेवा केंद्र (कॉमन सर्विस सेंटर) स्थापित कर संचालित करने के निर्देश प्राप्त हुए हैं तथा वर्तमान में यह कार्य प्रगतिरत है। मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के अंतर्गत प्राप्त आवेदनों की स्थिति की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि तीर्थयात्रा हेतु प्राप्त आवेदनों में लॉटरी प्रक्रिया पूर्णतः निष्पक्षता एवं पारदर्शिता के साथ संपन्न कराई जाए तथा पात्र हितग्राहियों को यात्रा हेतु चयनित कर भेजा जाए।

कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत संचालित योजनाओं एवं सुविधाओं की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने स्वास्थ्य सुविधाएं, जननी सुरक्षा योजना, कायाकल्प, मुख्यमंत्री श्रमिक सेवा प्रसूति योजना, जन आरोग्य समिति, तथा प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में मरीजों को उपलब्ध कराई जा रही मूलभूत सुविधाओं पर विस्तार से चर्चा की। कलेक्टर ने उद्यानिकी विभाग के अंतर्गत पीएमएफएमई योजना की प्रगति की जानकारी प्राप्त की और कोदो प्रोसेसिंग यूनिट पर विशेष रूप से फोकस करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही, खाद्य, सहकारिता, मत्स्य, खनिज, सामाजिक न्याय एवं निःशक्तजन, पशुपालन, उद्योग सहित अन्य विभिन्न विभागों की कार्य प्रगति की समीक्षा की तथा अधिकारियों को आवश्यक दिशानिर्देश प्रदान किए।

(Udaipur Kiran) / राजेश शुक्ला