
धमतरी, 10 नवंबर (Udaipur Kiran) । भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार मंडल के अंतर्गत जारी श्रमिक पंजीकरण में अनियमितता और अपात्र व्यक्तियों को लाभ दिए की शिकायत लेकर राज मिस्त्री पेटी ठेकेदार श्रमिक संघ व मजदूर पेंटर संघ धमतरी के सदस्य सोमवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे। सदस्यों ने कहा कि यदि जल्द ही जांच उपरांत कार्रवाई नहीं हाेती है तो उग्र प्रदर्शन किया जाएगा।
राज मिस्त्री पेटी ठेकेदार श्रमिक संघ व मजदूर पेंटर संघ धमतरी के सदस्याे ने अपात्र व्यक्तियों को लाभ दिए जाने का आरोप लगाते हुए राज्य के श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन को पत्र भेजकर गंभीर शिकायत दर्ज की है। संघ ने मांग की है कि विगत 18 माह में जारी सभी श्रमिक कार्डों की जांच कर अपात्र लाभार्थियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाए। संघ की ओर से जिला कलेक्टर के माध्यम से सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है कि श्रम विभाग धमतरी द्वारा पिछले डेढ़ वर्षों में लगभग 24 हजार लोगों को भवन सन्निर्माण कर्मकार मंडल के अंतर्गत नया पंजीयन जारी किया गया है।
संघ का आरोप है कि इनमें से लगभग 90 प्रतिशत पंजीयन अपात्र व्यक्तियों के हैं, जिन्हें बिना किसी जांच के श्रमिक कार्ड जारी कर दिए गए। ऐसे लोग वास्तविक श्रमिक न होकर अन्य कार्यों से जुड़े हैं, फिर भी शासन की श्रमिक कल्याण योजनाओं का अनुचित लाभ उठा रहे हैं। संघ के अध्यक्ष तिलक देवांगन और मजदूर पेंटर संघ धमतरी के अध्यक्ष मनोज देवांगन ने कहा कि यदि 30 दिनों के भीतर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई, तो संगठन उग्र आंदोलन करने को बाध्य होगा, जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन और प्रशासन की होगी। उन्होंने चेतावनी दी कि वास्तविक श्रमिकों के हक में लड़ाई जारी रहेगी और इस मुद्दे को राज्य स्तर तक उठाया जाएगा।
पिछले 18 माह में बने सभी श्रमिक कार्ड रद्द कर जांच की जाए। श्रमिक संघों द्वारा जारी नियोजक प्रमाण पत्र को श्रमिक कार्ड बनवाने के लिए अनिवार्य किया जाए। आवास सहायता योजना एवं अन्य योजनाओं में लाभ प्राप्त करने वाले सभी पात्रों की जांच की जाए, और फर्जी लाभ लेने वालों तथा जांच में लापरवाही करने वाले अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए। मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक मृत्यु एवं दिव्यांग सहायता योजना के लाभार्थियों की भी समीक्षा की जाए।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा