Delhi

क्राइम ब्रांच ने फोड़ा देशभर में फैला साइबर फ्रॉड नेटवर्क, पांच आरोपित गिरफ्तार

पुलिस का लोगो

नई दिल्ली, 31 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की साइबर सेल ने देशभर में सक्रिय साइबर ठगों के अंतरराज्यीय नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने इस संबंध में पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह दुबई में बैठे एक भारतीय मास्टरमाइंड के इशारे पर काम कर रहा था। आरोपितों में एक बैंक का रिलेशनशिप मैनेजर है।

क्राइम ब्रांच के पुलिस उपायुक्त आदित्य गौतम ने शुक्रवार को बताया कि आरोपितों की पहचान हिसार निवासी मंजीत सिंह (28), सोनीपत निवासी मंशवी (23), उत्तम नगर निवासी मनीष मेहरा (33), भिवानी निवासी सोंबीर (43), और बिजवासन निवासी अनूप (35) के रूप में हुई है। पकड़ा गया अनूप बैंक में कार्यरत था।

पुलिस उपायुक्त के अनुसार जांच में सामने आया कि आरोपित फर्जी कंपनियां बनाकर उनके नाम पर बैंक में चालू खाता खुलवाते थे। इन खातों के जरिये ठगे गए पैसों को इधर-उधर घुमाकर अंत में क्रिप्टोकरेंसी में बदल दिया जाता था ताकि पैसों के स्रोत को छिपाया जा सके। हर आरोपित को एक फर्जी खाते पर 1.5 लाख कमीशन मिलता था।

पुलिसउपायुक्त ने आगे बताया कि साइबर सेल की जांच में खुलासा हुआ कि इस पूरे नेटवर्क को दो लोग दुबई से संचालित कर रहे थे। गिरोह के सदस्य नोएडा और गुरुग्राम से काम करते थे। तकनीकी निगरानी और डिजिटल ट्रेसिंग के बाद पुलिस ने 27 अक्टूबर को गुरुग्राम स्थित ठिकाने पर छापा मारकर तीन आरोपिताें को दबोचा। पूछताछ के बाद मनीष और बैंक में कार्यरत अनूप को दबाेचा गया। पुलिस ने आरोपिताें के पास से 18 मोबाइल फोन, 36 सिम कार्ड, एक लैपटॉप, कई चेकबुक और बैंक डेबिट/क्रेडिट कार्ड बरामद किए हैं।

पुलिसउपायुक्त ने बताया कि राष्ट्रीय साइबर अपराध पोर्टल से जांच में सामने आया कि बरामद खातों और चेकबुक का लिंक तमिलनाडु, कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, उप्र, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, गुजरात, केरल और हरियाणा में दर्ज 52 साइबर फ्रॉड मामलों से जुड़ा है। पुलिस के अनुसार, गिरोह से जुड़े कुछ और सदस्य अब भी फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है।

—————

(Udaipur Kiran) / कुमार अश्वनी

Most Popular

To Top