
धमतरी, 10 नवंबर (Udaipur Kiran) । छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के ग्राम पंचायत अरौद डुबान तथा इसके आश्रित ग्राम – पटौद, हरफर बरबांधा, सिलतरा, कलारबाहरा, पाहारियाकोन्हा, पटेलगुड़ा, किशनपुरी, उरपुटी और कान्दरी के किसानों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि इस वर्ष भी धान खरीद की वैकल्पिक व्यवस्था ग्राम पंचायत अरौद डुबान में की जाए। आज सोमवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे किसानों ने बताया कि वर्तमान में मोंगरागहन स्थित धान उपार्जन केंद्र (सहकारी समिति बारगरी पंजीयन क्रमांक 1123) उनके गांवों से 30 से 40 किलोमीटर की दूरी पर है, जिससे धान परिवहन में भारी परेशानी होती है।
किसानों का कहना है कि इतनी लंबी दूरी तय करने में समय और श्रम दोनों की बर्बादी होती है। साथ ही वाहन किराया भी बहुत अधिक देना पड़ता है। कई बार ट्रैक्टर या वाहन न मिलने पर धान खलिहान में ही पड़ा रह जाता है, जिससे नुकसान का सामना करना पड़ता है। बारिश या रास्ते की खराब स्थिति में उपार्जन केंद्र तक पहुंचना और भी कठिन हो जाता है। ग्राम पंचायत अरौद डुबान के सरपंच एसके नेताम ने कहा कि किसानों की यह समस्या वर्षों से बनी हुई है। समय पर खरीदी केंद्र तक धान न पहुंचा पाने की वजह से किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है। उन्होंने प्रशासन से आग्रह किया कि पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी वैकल्पिक व्यवस्था के तहत ग्राम पंचायत अरौद डुबान में ही धान खरीदी की सुविधा प्रदान की जाए, ताकि किसानों को राहत मिल सके।
मांग करने वालों में प्रमुख रूप से दयाराम, घनश्याम राम, कुशलराम, सुकालू, देशनारायण, रामप्रसाद, बिश्राम, कुशकुमार, बिरझुराम सहित अनेक किसान शामिल हैं। किसानों ने उम्मीद जताई है कि जिला प्रशासन उनकी व्यथा को गंभीरता से लेकर शीघ्र निर्णय करेगा, जिससे किसानों को धान खरीद में किसी प्रकार की बाधा न आए।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा