
झुंझुनू, 10 नवंबर (Udaipur Kiran) । राजस्थान के झुंझुनू जिले में हरियाणा और राजस्थान के चिकित्सा विभाग की टीमों ने रविवार को गर्भधारण पूर्व एवं प्रसव पूर्व निदान तकनीक लिंग चयन प्रतिषेध अधिनियम (पीसीपीएनडीटी) के तहत संयुक्त कार्रवाई करते हुए जिले के खेतड़ी क्षेत्र में दबिश देकर लिंग परीक्षण के मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया जबकि एक आरोपी फरार हो गया। टीम ने लिंग परीक्षण में इस्तेमाल होने वाली मशीन भी जब्त कर ली है। गिरफ्तार आरोपी को खेतड़ीनगर थाने में लाकर राजस्थान टीम को सौंपा गया।
नारनौल पीसीपीएनडीटी टीम के डॉ. विजय कुमार ने बताया कि पिछले कई दिनों से सीमावर्ती क्षेत्रों में गर्भवती महिलाओं का अल्ट्रासाउंड द्वारा भ्रूण लिंग जांच करने की सूचनाएं मिल रही थीं। ऐसी सूचनाएं मिलने के बाद नारनौल टीम ने संयुक्त रूप से दबिश देने का फैसला किया। कार्रवाई के लिए साढ़े पांच महीने की गर्भवती महिला को डमी ग्राहक के रूप में तैयार किया गया। लिंग परीक्षण करवाने वाले ढाणा निवासी सत्येन्द्र ने इसके लिए 50 हजार रुपए की मांग की। पीसीपीएनडीटी टीम को सूचना सही पाए जाने पर नकली ग्राहक महिला को 50 हजार रुपए देकर सत्येन्द्र के साथ भेजा गया।
टीम के सदस्य अलग-अलग गाड़ियों में सवार होकर बताए गई जगह पर पहुंच गए। सत्येन्द्र एक सफेद रंग की गाड़ी लेकर वहां पहुंचा और महिला को गाड़ी में बैठाकर घुमाता रहा। कुछ देर बाद लिंग परीक्षण करने वाला अवधेश पांडे अपनी गाड़ी से महिला को लेकर खेतड़ीनगर थाना क्षेत्र के बडाऊ स्थित एक मकान पर ले गया। कमरे में ले जाकर महिला की पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन से जांच की गई और लड़की होने की जानकारी दी गई। पीसीपीएनडीटी टीम लगातार उसका पीछा कर रही थी। जैसे ही दोनों टीमों ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करने का प्रयास किया एजेंट सत्येन्द्र अपनी गाड़ी लेकर मौके से फरार हो गया।
इस दौरान टीम ने अल्ट्रासाउंड करने वाले व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने अपना नाम अवधेश पांडे पुत्र कुमार शंकर पांडे निवासी खेतड़ी बताया। पीसीपीएनडीटी की टीम ने जब उसकी तलाशी ली तो उसके पैंट की जेब में 27 हजार रुपए मिले जो पीसीपीएनडीटी टीम द्वारा गर्भवती महिला को दिए गए थे। अवधेश पांडे पर दो मामले नारनौल में और पांच मामले राजस्थान में दर्ज है। उसके पास मिली पोर्टेबल मशीन का पंजीकरण भी नहीं है। इसके अलावा अवधेश पांडे पीसीपीएनडीटी एक्ट के अनुसार सोनोग्राफी करने की शैक्षणिक योग्यता भी नहीं है। टीम ने अवधेश पांडे को गिरफ्तार कर मामला दर्ज कर लिया है। इस कार्रवाई में नारनौल पीसीपीएनडीटी सैल के डॉ विजय कुमार, झुंझुनू आरसीएचओ डॉ दयानंद सिंह, एचसी अनिल कुमार, रितेश कुमार, पीसीपीएनडीटी कार्डिनेटर आनंद कुमार, दिनेश कुमार शामिल थे।
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(Udaipur Kiran) / रमेश