Madhya Pradesh

भोपाल के टिंबर मार्केट में भीषण आग से कई टाल जलकर खाक, राहत कार्य जारी

भोपाल में लगे टिंबर मार्केट में अचानक भीषण आग भड़क उठी

भोपाल, 9 नवंबर (Udaipur Kiran) । प्रदेश की राजधानी भोपाल में रविवार की शाम एक बड़ा हादसा उस समय हुआ जब मेन रेलवे स्टेशन के पास स्थित पात्रा पुल से लगे टिंबर मार्केट में अचानक भीषण आग भड़क उठी। देखते ही देखते आग ने भयानक रूप धारण कर लिया और करीब पाँच से छह टालों को अपनी चपेट में ले लिया। आग की लपटें और धुएं के घने गुबार दूर-दूर तक दिखाई देने लगे, जिससे पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। आग रविवार शाम करीब 7:30 बजे के आसपास लगी बताई जा रही है, जिस पर करीब ढाई घंटे की मशक्कत के बाद भी पूरी तरह काबू नहीं पाया जा सका था।

दमकल की 25 गाड़ियाँ मौके पर

आग की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड और प्रशासनिक अमला तुरंत मौके पर पहुंच गया। दमकल की करीब 20 से 25 गाड़ियाँ लगातार पानी डालकर आग बुझाने में जुटी रहीं। नगर निगम, रेलवे और जिला प्रशासन की टीमें भी मौके पर सक्रिय रहीं। अग्निशमनकर्मियों को आग पर काबू पाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा क्योंकि टालों में बड़ी मात्रा में सूखी लकड़ी, फर्नीचर सामग्री और प्लाईवुड रखा हुआ था, जो आग पकड़ने में अत्यंत संवेदनशील होते हैं।

फायर ब्रिगेड अधिकारियों के अनुसार, लकड़ी और रासायनिक पदार्थों की मौजूदगी से आग तेजी से फैलती गई। साथ ही, हवा चलने के कारण लपटें और ज्यादा भड़क उठीं। कई स्थानों पर गैस सिलेंडर और मशीनरी होने की वजह से विस्फोट जैसे धमाके भी सुनाई दिए। जहां आग लगी है, वह इलाका रेलवे ट्रैक से महज 100 से 150 मीटर की दूरी पर स्थित है। इस कारण रेलवे प्रशासन ने स्थिति पर तत्काल नजर रखनी शुरू कर दी। रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी नवल अग्रवाल ने बताया कि “हम लगातार हालात की निगरानी कर रहे हैं। फिलहाल किसी भी प्रकार का रेल यातायात प्रभावित नहीं हुआ है।” सुरक्षा की दृष्टि से कुछ समय के लिए आसपास के रेलखंड पर गाड़ियों की रफ्तार कम कर दी गई थी, ताकि किसी आकस्मिक स्थिति से बचा जा सके।

इलाके की बिजली काटी गई, सड़कों पर रोक

आग लगने के तुरंत बाद भारत टॉकीज क्षेत्र की बिजली आपूर्ति बंद कर दी गई, ताकि शॉर्ट सर्किट या अन्य हादसों से बचा जा सके। प्रशासन ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पात्रा पुल की ओर आने वाली मुख्य सड़क को बोगदा पुल और भारत टॉकीज के पास से बंद कर दिया। इससे आसपास के इलाकों में ट्रैफिक जाम की स्थिति भी बन गई, जिसे नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल तैनात किया गया।

कोई जनहानि नहीं, लेकिन भारी नुकसान

इस भीषण आग में किसी के हताहत या घायल होने की खबर नहीं है, लेकिन आर्थिक नुकसान बहुत बड़ा हुआ है। शुरुआती अनुमान के अनुसार, डेढ़ से दो करोड़ रुपये तक के माल के नुकसान की आशंका जताई जा रही है। आग में छह से अधिक टिंबर कारखाने, लकड़ी भंडार और कई मशीनें जलकर राख हो गई हैं। कुछ वाहन और गोदाम भी लपटों की चपेट में आ गए।

स्थानीय लोगों और कुछ कारोबारियों ने बताया कि शाम के समय अचानक चिंगारियाँ उठती दिखाई दीं, जिसके कुछ ही क्षण बाद आग फैल गई। प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट से आग लगने की आशंका जताई जा रही है, हालांकि प्रशासन ने कहा है कि वास्तविक कारणों का पता लगाने के लिए फोरेंसिक टीम को बुलाया गया है। दमकल विभाग आग पूरी तरह बुझने के बाद घटनास्थल का निरीक्षण करेगा।

प्रशासन और कलेक्टर की मौजूदगी

जिला कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह स्वयं मौके पर पहुंचे और राहत कार्यों की निगरानी की। उन्होंने कहा कि “दमकल की टीमें लगातार आग पर काबू पाने की कोशिश कर रही हैं। जिला प्रशासन और नगर निगम के अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। अभी तक किसी प्रकार की जनहानि की सूचना नहीं है। आग पर काफी हद तक नियंत्रण पा लिया गया है, लेकिन पूरी तरह बुझने में समय लग सकता है।” कलेक्टर ने आगे कहा कि “नुकसान का आकलन और आग के कारणों की जांच कराई जा रही है।”

स्थानीय व्यापारियों में चिंता

टिंबर मार्केट में आग लगने से आसपास के व्यापारियों और मजदूरों में भारी चिंता और नाराजगी है। कई व्यापारियों ने बताया कि यह बाजार दशकों पुराना है और यहाँ सुरक्षा इंतज़ाम बेहद कमजोर हैं। न तो पर्याप्त फायर सेफ्टी उपकरण हैं, न ही नियमित रूप से अग्निशमन ड्रिल कराई जाती है। कुछ व्यापारियों ने प्रशासन से मांग की है कि बाजारों में आग से बचाव के लिए सख्त नियम बनाए जाएँ और नियमित जांच की जाए।

उल्‍लेखनीय है कि भोपाल में इससे पहले भी ऐसी घटनाएँ सामने आ चुकी हैं। कुछ साल पहले चौक बाजार और इंद्रपुरी इलाके में भी लकड़ी और प्लास्टिक गोदामों में आग लग चुकी है। हर बार सवाल उठता है कि क्या प्रशासन ने इन हादसों से सबक लिया?

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(Udaipur Kiran) / डॉ. मयंक चतुर्वेदी