
काहिरा, 09 नवम्बर (Udaipur Kiran) । इजराइल को रविवार को गाजा से एक मृत बंधक का शव प्राप्त हुआ, जिसे फिलिस्तीनी उग्रवादी संगठन हमास ने उस इजराइली सैनिक का बताया है, जो एक दशक पहले युद्ध में मारा गया था।
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने एक बयान में बताया कि शव को रेड क्रॉस की मध्यस्थता से गाजा में इजराइली बलों को सौंपा गया। हालांकि अब तक औपचारिक पहचान की पुष्टि नहीं हुई है।
हमास के सशस्त्र विंग ने दावा किया था कि वह हदार गोल्डिन नामक उस सैन्य अधिकारी का शव सौंपेगा, जो 2014 के इजराइल–हमास युद्ध के दौरान गाजा में एक घात लगाकर किए गए हमले में मारा गया था।
अक्टूबर 2023 से जारी युद्ध में 10 अक्टूबर को लागू युद्धविराम के बाद से हमास अब तक 20 जीवित बंधकों को रिहा कर चुका है। यह रिहाई अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता से हुए समझौते का हिस्सा बताई जा रही है, जिसका उद्देश्य संघर्ष को समाप्त करना है।
इस समझौते के तहत इजराइल ने लगभग 2,000 फिलिस्तीनी कैदियों और युद्ध बंदियों को रिहा किया है। इसके साथ ही, गाजा में मारे गए 28 बंधकों के शवों के बदले इजराइल ने 360 फिलिस्तीनी उग्रवादियों के शव लौटाने पर भी सहमति जताई है।
रविवार से पहले तक इजराइल को 23 मृत बंधकों के शव मिल चुके थे, जबकि उसने 300 फिलिस्तीनियों के शव वापस किए हैं। गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, लौटाए गए शवों में से सभी की पहचान अभी नहीं हो पाई है।
उल्लेखनीय है कि अक्टूबर 2023 में हमास द्वारा किए गए हमले के दौरान फिलिस्तीनी उग्रवादियों ने 251 लोगों को बंधक बनाया था, जिनमें जीवित और मृत दोनों शामिल थे। इसके अलावा, उस समय गाजा में पहले से ही चार इजराइली बंधक मौजूद रहे।
यह अदला-बदली दोनों पक्षों के बीच जारी तनावपूर्ण रिश्तों के बीच एक दुर्लभ मानवीय पहल के रूप में देखी जा रही है, हालांकि व्यापक शांति की संभावना अब भी दूर दिखाई देती है।
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(Udaipur Kiran) / आकाश कुमार राय