Chhattisgarh

अंबिकापुर : सरगुजा में सुदृढ़ होगा सड़क संपर्क, सेतु संभाग अंबिकापुर के तीन उच्चस्तरीय पुलों से बदलेगा ग्रामीण अंचलों का स्वरूप

सरगुजा में उच्च स्तरीय पुलों का निर्माण

अंबिकापुर, 9 नवंबर (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देशन में सरगुजा जिले के ग्रामीण क्षेत्रों को बेहतर सड़क संपर्क से जोड़ने के लिए लोक निर्माण विभाग (सेतु संभाग) अंबिकापुर द्वारा तीन उच्चस्तरीय पुलों का निर्माण तेजी से जारी है। इन पुलों के बन जाने से जिले के दुर्गम इलाकों में आवागमन सुगम होगा और शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यापार व सामाजिक विकास को नई दिशा मिलेगी।

सेतु संभाग अंबिकापुर के अधिकारियों ने बताया कि जिले में शासन से प्रशासकीय स्वीकृति प्राप्त तीन बड़े पुल निर्माण कार्य प्रगति पर हैं। विधानसभा सीतापुर के अंतर्गत विकासखंड बतौली में रजपुरी से भूसू मार्ग पर डोमनी नाला पर उच्चस्तरीय पुल एवं पहुंच मार्ग का निर्माण किया जा रहा है। इस परियोजना की अनुमानित लागत 222.61 लाख रुपये है और पुल की लंबाई 60 मीटर होगी। पुल निर्माण पूर्ण होने के बाद ग्रामीणों को वर्षा ऋतु में भी निर्बाध आवागमन की सुविधा मिलेगी।

दूसरा कार्य विधानसभा लुंड्रा के अंतर्गत विकासखंड लुंड्रा में ग्राम गगोली से घघरी मार्ग पर मछली नदी पर उच्चस्तरीय पुल एवं पहुंच मार्ग के रूप में किया जा रहा है। इस परियोजना की लागत 545.54 लाख रुपये है और पुल की लंबाई 72 मीटर निर्धारित की गई है। पुल बनने से स्थानीय ग्रामीणों, विद्यार्थियों और किसानों को आवागमन की बड़ी सुविधा प्राप्त होगी, जिससे उनके आर्थिक और सामाजिक जीवन में सुधार आएगा।

तीसरा निर्माण कार्य विधानसभा सीतापुर के विकासखंड बतौली में चलता से हर्रामार मार्ग पर माण्ड नदी पर उच्चस्तरीय पुल के रूप में जारी है। यह परियोजना 889.86 लाख रुपये की लागत से बन रही है और इसकी लंबाई 168 मीटर होगी। यह पुल क्षेत्र के लोगों के लिए एक अहम संपर्क मार्ग सिद्ध होगा, जिससे शिक्षा, स्वास्थ्य और व्यापारिक गतिविधियों में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।

सेतु संभाग के अधिकारियों ने बताया कि सभी निर्माण कार्यों की नियमित निगरानी की जा रही है और गुणवत्ता मानकों का विशेष ध्यान रखते हुए इन्हें निर्धारित समय सीमा में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इन तीनों पुलों के तैयार हो जाने से सरगुजा जिले के दूरस्थ ग्रामीण अंचलों का संपर्क मुख्य सड़कों से सुदृढ़ होगा, जिससे न केवल परिवहन और आर्थिक गतिविधियों में तेजी आएगी बल्कि ग्रामीण जनजीवन में भी नए विकास अध्याय की शुरुआत होगी।

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(Udaipur Kiran) / पारस नाथ सिंह