
राजगढ़, 9 नवंबर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के निर्देश पर जिले में न्यायोत्सव विधिक सेवा सप्ताह 9 नवंबर रविवार से प्रारंभ होकर 14 नवंबर चलेगा। इसके तहत प्रथम दिवस पर रविवार को प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजीव म.आप्टे के मार्गदर्शन एवं संरक्षण में बाल विवाह उल्मूलन के उद्देश्य से जागरुकता पदयात्रा का आयोजन किया गया।
पदयात्रा मंगलभवन राजगढ़ से प्रारंभ हुई,जो शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए जिला न्यायालय परिसर पहुंची। जागरुकता यात्रा के दौरान प्रतिभागियों ने नगरवासियों को बाल विवाह के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दी साथ ही इस कुप्रथा को समाप्त करने का आव्हान किया। कार्यक्रम में प्रधान जिला न्यायाधीश आपटे ने कहा कि बाल विवाह न केवल बालिकाओं के अधिकारों का हनन है, बल्कि यह समाज की प्रगति में एक गंभीर बाधा है, जब तक समाज इस कुरुति के विरुद्ध एकजुट होकर कार्य नही करेगा, तब तक इसका समूल नाश संभव नही है। पदयात्रा के समापन पर न्यायालय परिसर में प्रतिभागियों को बाल विवाह निषेध अधिनियम की जानकारी दी गई।
कार्यक्रम का शुभारंभ प्रधान जिला न्यायाधीश आपटे द्वारा हरी झंडी दिखाकर किया गया। इस अवसर पर जिला न्यायालय के न्यायिक अधिकारी, कर्मचारी, अधिवक्ता, पैरालीगल वाॅलेंटियर्स, लीगल एंड डिफेंस काउंसलर्स, एसपी अमित तोलानी, अपर कलेक्टर प्रतापसिंह चैहान, एसडीएम, जिला परियोजना अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी,विधि महाविधालय के प्राचार्य,सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधि,आंगनवाड़ी कार्यकर्ता,बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं सहित आमजन मौजूद रहे।
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(Udaipur Kiran) / मनोज पाठक