
पानीपत, 30 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । समालखा में 31 अक्टूबर से 3 नवंबर तक आयोजित होने जा रहे 78वें निरंकारी संत समागम को लेकर प्रशासन और परिवहन विभाग ने पूरी तरह कमर कस ली है। श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए आवागमन को सुचारू बनाए रखने के लिए सोनीपत रोडवेज ने समालखा में अस्थाई बस स्टैंड बनाया है। समागम में देश विदेश से लाखों श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। जिसको देखते हुए सोनीपत परिवहन विभाग ने 280 बसों को चलाने की विशेष व्यवस्था की है।
पानीपत रोडवेज डिपाे के महाप्रबंधक विक्रम कंबोज ने बताया कि इस बार समागम के दौरान आने-जाने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की आवागमन की परेशानी न हो इसके लिए सभी व्यवस्थाएं सोनीपत रोडवेज ने पहले से ही पूरी कर ली हैं। उन्होंने कहा कि सोनीपत रोडवेज द्वारा बनाए गए इस अस्थाई बस स्टैंड से लगातार बसें विभिन्न रूटों पर चलाई जा रही हैं, ताकि श्रद्धालु आसानी से अपने गंतव्य तक पहुंच सकें। उन्होंने बताया कि सभी बसों का संचालन शुरू हो गया है। यात्रियों को कोई परेशानी न हो, इसका भी पूरा ध्यान रखा गया है। उन्होंने बताया कि ड्यूटी के लिए पानीपत से सिर्फ चार रोडवेज ट्रैफिक इंस्पेक्टरों की ट्यूटी लगाई गई है गई है, जिनमें दो की सुबह ओर दो की शाम की ट्यूटी इनके अलावा पानीपत से कोई सुविधा नहीं दी गई है।
सोनीपत रोडवेज डिपाे के महा प्रबंधक संजय कुमार ने बताया कि सोनीपत रोडवेज ने समागम समाप्ति तक 280 बसों की व्यवस्था की है और आठ ट्रैफिक इंस्पेक्टर की जिनकी आठ, आठ घंटे की ड्यूटी लगाई गई है बसों के संचालन की निगरानी सोनीपत रोडवेज द्वारा बनाए गए कंट्रोल रूम के माध्यम से की जा रही है। जहां से हर रूट की बसों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। रोडवेज बसें पानीपत, करनाल, सोनीपत, दिल्ली, रोहतक और कैथल से श्रद्धालुओं को समागम स्थल तक पहुंचाने का काम करेंगी। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि इस बार समागम प्रबंधन ने पिछले अनुभव को देखते पानीपत रोडवेज से सेवाएं न लेकर सोनीपत रोडवेज से अनुग्रह किया था। महा प्रबंधक संजय कुमार ने बताया कि इस समागम के लिए हमने 280 बसों का प्रबंध किया हुआ है। जिसमें 120 ड्राइवर और 120 कंडक्टरों की ड्यूटी लगाई गई है। प्रबंधन की मांग पर हमने तीन नवंबर को 50 बसे, चार नवंबर को 90 बसें, पांच नवंबर को 110 बसें व छह नवंबर को 30 बसों का परिचालन किया जाएगा। ताकि किसी भी श्रद्धालु को कोई परेशानी न हो
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(Udaipur Kiran) / अनिल वर्मा