
मीरजापुर, 30 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । तेज हवाओं और भारी बारिश ने क्षेत्र के किसानों की चिंता बढ़ा दी है। अचानक बिगड़े मौसम के कारण खेतों में पानी भर गया और पककर तैयार धान की फसलें गिर गईं। गुरुवार को भी आसमान में बादल छाए रहने और मौसम के अस्थिर बने रहने से किसान गहरी चिंता में हैं।
जनपद के अधिकांश खेतों में धान की फसल कटाई के लिए तैयार है, जबकि कुछ किसानों ने कटाई कर खेत में ही धान सुखाने के लिए रखा है। लगातार चार-पांच दिनों से जारी खराब मौसम और बुधवार की रात की तेज बारिश ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया। खेतों में पानी भरने से कई जगहों पर धान की फसलें पूरी तरह गिर गईं और पानी में डूबने से सड़ने की आशंका बढ़ गई है।
केवल धान ही नहीं, बल्कि हाल ही में सरसों, चना, मटर, मसूर और आलू की बुवाई करने वाले किसानों के खेतों में भी पानी भर गया है। किसानों को डर है कि अगर पानी जल्द नहीं निकला, तो इन फसलों का बीज सड़ सकता है।
बारिश और तेज हवाओं के कारण राजगढ़ क्षेत्र के कुड़ी गांव निवासी जगदीश मौर्य और राजू विश्वकर्मा के घरों की बाउंड्री वॉल भी ढह गई, जिससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। किसानों ने बताया कि अगर आने वाले दिनों में फिर से बारिश हुई, तो गिरी हुई धान की फसल पूरी तरह बर्बाद हो सकती है, जिससे उन्हें भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा।
किसान रामआसरे, दीनानाथ, समरबहादुर आदि का कहना है कि इस वर्ष समय से हुई वर्षा के कारण फसल की पैदावार अच्छी थी, लेकिन अब अचानक मौसम बिगड़ने से उनकी मेहनत पर संकट मंडरा रहा है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि नुकसान का आकलन कर प्रभावित किसानों को शीघ्र मुआवजा दिलाया जाए।
—————
(Udaipur Kiran) / गिरजा शंकर मिश्रा
