
बांदा, 30 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । चक्रवाती तूफान मेंथा का प्रभाव बुंदेलखंड के बांदा जनपद में भी व्यापक रूप से दिखाई दे रहा है। आधी रात से शुरू हुई तेज हवाओं के साथ झमाझम बारिश का सिलसिला गुरुवार को भी जारी रहा। मेघ गर्जन, बज्रपात और तेज हवाओं ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है।
खरीफ फसलों, विशेष रूप से धान की फसल, को इस बेमौसम बारिश से भारी नुकसान पहुंचा है। जिले में धान की कटाई का कार्य जारी था और रबी फसलों की बुवाई की तैयारी भी शुरू हो चुकी थी। मगर लगातार बारिश ने दोनों ही कार्यों पर ब्रेक लगा दिया है।
कृषि विभाग के अनुसार, बुधवार रात से अब तक करीब 19 मिलीमीटर बारिश दर्ज की जा चुकी है और वर्षा अभी भी जारी है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इस बारिश से रबी की बुवाई का कार्य कम से कम एक माह तक पिछड़ सकता है।
कृषि विश्वविद्यालय बांदा के मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिनेश शाह ने बताया कि अब तक 19 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। इससे पहले 27 अक्टूबर को 5 मिमी और 28 अक्टूबर को 6 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई थी। उन्होंने बताया कि मौसम का मिजाज 31 अक्टूबर तक बदला रहेगा।
आज, 30 अक्टूबर को बांदा में वर्तमान तापमान लगभग 25 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। अधिकतम तापमान 29 से 31 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है। हवाएं 10.4 से 14.4 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी और पूरे दिन आसमान में बादल छाए रहेंगे।
कृषि विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि
धान कटाई वर्षा रुकने और धूप निकलने के बाद करें। कटी फसल को भीगने से बचाने के उपाय करें और बाद में अच्छी तरह सुखा कर दाने निकालें। अरहर की खड़ी फसलों में जलजमाव न होने दें। रबी की बोई फसलों में जल निकासी की व्यवस्था करें और नई बुवाई को कुछ दिनों के लिए स्थगित रखें।
लगातार हो रही बारिश से सामान्य जनजीवन भी प्रभावित हुआ है। सड़कों पर पानी भर गया है और लोग घरों में रहने को मजबूर हैं। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों तक इसी तरह बारिश और तेज हवाओं के बने रहने की संभावना जताई है।
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(Udaipur Kiran) / अनिल सिंह
