
जबलपुर, 8 नवंबर (Udaipur Kiran) । संस्कारधानी ही नहीं महाकौशल के सबसे बड़े मेडिकल कॉलेज नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल अस्पताल में शनिवार सुबह सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ, जिसमें यूडीएस कंपनी का एक ठेका कर्मचारी अस्पताल में भर्ती मरीजों को वेंटिलेटर और ऑक्सीजन लगाते हुए नजर आ रहा है। वीडियो सामने आने के बाद अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही एक बार फिर उजागर हो गई है। मरीजों के परिजनों का कहना है कि वे मेडिकल कॉलेज इसलिए आते हैं ताकि अनुभवी डॉक्टरों से इलाज मिल सके, लेकिन अब यहां मरीजों की जान डॉक्टरों नहीं बल्कि कर्मचारियों के भरोसे है। जब अस्पताल में प्रशिक्षित डॉक्टर और नर्स मौजूद हैं,तो इलाज का जिम्मा ठेका कर्मचारियों के हाथों में क्यों है?
जबलपुर मेडिकल कॉलेज में लगातार गंभीर लापरवाहियों के मामले सामने आ रहे हैं। कुछ दिन पहले ही खून की दलाली का मामला उजागर हुआ था, और अब ठेका कर्मचारी का डॉक्टर बनकर मरीजों का इलाज करने का यह वीडियो मेडिकल कॉलेज प्रबंधन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है। वहीं इस मामले में कलेक्टर राघवेंद्र सिंह का कहना है कि मीडिया के जरिए वीडियो उनके सामने आया है। इसकी जांच कराई जाएगी और यदि ये बात सही पाई गई तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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(Udaipur Kiran) / विलोक पाठक