
गुवाहाटी, 08 नवम्बर (Udaipur Kiran) । ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’ शीर्षक हस्ताक्षर अभियान के तहत असम के विभिन्न जिलों से एकत्र किए गए हस्ताक्षरों की अंतिम सूची आज गुवाहाटी स्थित प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन से कांग्रेस के केंद्रीय मुख्यालय एआईसीसी में भेजी गई।
अभियान के अंतर्गत असम के 35 जिलों से जिला कांग्रेस समितियों के पर्यवेक्षण में नौ लाख से अधिक हस्ताक्षर जुटाए गए। इनमें नगांव जिला कांग्रेस ने सर्वाधिक तीन लाख हस्ताक्षर एकत्र किए। राज्यभर में बूथ, मंडल, ब्लॉक और जिला स्तर पर कांग्रेस के जमीनी कार्यकर्ताओं ने इस हस्ताक्षर अभियान को संचालित किया।
असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रशासनिक महासचिव प्रद्युत भुइयां ने बताया कि 7 नवम्बर तक सभी जिलों से हस्ताक्षर सूची जमा ली गई थी और आज इन्हें नई दिल्ली स्थित अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के मुख्यालय भेजा गया। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा कथित रूप से किए गए ‘वोट चोरी’ के खिलाफ जनजागरूकता फैलाना ही इस अभियान का मुख्य उद्देश्य था।
इस अवसर पर आयोजित विशेष बैठक में विपक्ष के नेता देबव्रत सैकिया, विधायक दिगंत बर्मन और महिला कांग्रेस की अध्यक्ष मीरा बरठाकुर उपस्थित रहीं।
सभा को संबोधित करते हुए देबव्रत सैकिया ने आरोप लगाया कि भाजपा ने कई राज्यों में जनादेश की चोरी कर सत्ता हासिल की। उन्होंने कहा, “कर्नाटक और हरियाणा में भाजपा ने लोकतांत्रिक प्रक्रिया को दरकिनार कर सरकार बनाई। इसी तरह की वोट चोरी के खिलाफ जनता को जागरूक करने के लिए कांग्रेस ने यह जनहस्ताक्षर अभियान शुरू किया है।”
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश