मुंबई, 08 नवंबर (Udaipur Kiran) । महाराष्ट्र शिवसेना यूबीटी के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने शनिवार को परभणि जिले में कहा कि कर्जमाफी होने तक किसानों को वोटबंदी का निर्णय लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि कर्जमाफी न होने से राज्य में किसानों की हालत बहुत खराब है, इसलिए किसानों को जल्द से जल्द कर्जमाफी देना आवश्यक है।
उद्धव ठाकरे पिछले चार दिनों से मराठवाड़ा इलाके के दौरे पर हैं। आज दौरे के आखिरी दिन परभणि में उद्धव ठाकरे ने किसानों से बात की और इसके बाद ठाकरे ने किसानों की कर्जमाफी की मांग को दोहराया। उन्होंने कहा कि सरकार ने कहा था कि वह कर्ज़ माफ़ करेगी, लेकिन उसने कर्ज़ माफ़ नहीं किया। हम असमंजस में हैं कि क्या करें और क्या न करें। वे किसानों को कुछ नहीं दे रहे हैं। सरकार केंद्रीय कर्मचारियों को आठवाँ वेतन आयोग दे रहे हैं। सरकार ने हमसे कहा था कि वे दिवाली से पहले हमारी मदद करेंगे। लेकिन उन्होंने अभी तक हमारी कोई मदद नहीं की है।
यूबीटी के अध्यक्ष के ठाकरे ने कहा सरकार को साफ करना चाहिए कि किसानों के कर्ज की किश्तें चुकानी हैं या नहीं। राज्य सरकार कह रही है कि किसानों को मदद दी जा रही है, लेकिन यह मदद ड्रिप सिंचाई की तरह बूंद-बूंद मिल रही है। किसी किसान को तीन रुपये किसी किसान को पांच रुपये, इससे किसानों को किस तरह मदद मिल रही है, यह भी किसानों को बताना चाहिए। उद्धव ठाकरे ने कहा कि एक तरफ किसानों का भारी बारिश और बाढ़ में सब कुछ बह गया है, दूसरी तरफ बैंक वाले किश्त के पैसे मांग रहे हैं। फसल बीमा का पैसा भी किसानों को नहीं मिल रहा है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि उनकी पार्टी की ओर से फसल बीमा कंपनियों के खिलाफ मोर्चा निकाला जाएगा।
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(Udaipur Kiran) यादव