

अशोकनगर, 29 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश का अशोकनगर भू-माफियाओं का केन्द्र स्थल बना हुआ है। यहां सरकारी जमीनों के अलावा प्राकृतिक सम्पदाओं पर कब्जा कर शहर की धरोहर तुलसी सरोवर का सौंदर्य को नष्ट करने में भी माफिया पीछे नहीं रहे और पर्यावरण को नष्ट करते रहे।
एक पर्यावरण प्रेमी द्वारा एनजीटी पीठ को मिली शिकायत पर बुधवार को मध्यप्रदेश राज्य वेटलैंड प्राधिकरण के अधिकारियों समेत 7 सदसीय प्रशासनिक दल ने तुली सरोवर के वेटलैंड एरिया का निरीक्षण कर रिपोर्ट कलेक्टर आदित्य सिंह को प्रस्तुत की।
दर असल पर्यावरण प्रेमी एडवोकेट मैनाक भट्टाचार्य द्वारा एनजीटी पीठ का शिकायत कर कहा गया था कि तुलसी सरोवर तालाब के वेटलैंड एरिया में अवैध निर्माण कर 52 दुकानें, एक टापू निर्माण, कंक्रीट दीवार निर्माण, सार्वजनिक शौचालय निर्माण आदि किए गए हैं, जिस से पर्यावरण को गंभीर नुकसान पहुंचाया जा रहा है।
जिस पर से बीते 25 सितंबर को एनजीटी पीठ के द्वारा तुलसी सरोवर में अवैध निर्माण को लेकर मध्यप्रदेश राज्य वेटलैंड प्राधिकरण के अधिकारियों सहित, 7 सदस्यीय प्रशासनिक अमले की टीम गठित की गई थी।
गठित टीम ने बुधवार को मेनाक भट्टाचार्य के साथ मौके पर परीक्षण किया गया। टीम में संयुक्त कलेक्टर बीबी श्रीवास्तव, डॉ.दिनेश दामड़े सहायक वैज्ञानिक अधिकारी राज्य वेटलैंड प्राधिकार भोपाल, व्हीके शाक्य एसएडीओ जल संसाधन, तहीलदार अशोकनगर, प्रभारी उपसंचालक नगर तथा ग्राम निवेश गुना-शिवपुरी-अशोकनगर एवं एडवोकेट मैनाक भट्टाचार्य भोपाल शामिल थे। गठित टीम के द्वारा मौके का निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत कर कलेक्टर को प्रस्तुत की गई।
कलेक्टर आदित्य सिंह ने (Udaipur Kiran) को बताया कि गठित टीम के द्वारा निरीक्षण किया गया है, कितना अवैध निर्माण हुआ एनजीटी को प्रतिवेदन भेजा जायेगा। कलेक्टर का कहना कि ये अभी प्रथम तौर पर निरीक्षण है, एक दिसम्बर से पूर्व तुलसी सरोवर तालाब के वेटलैंड एरिया का सीमांकन करा कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
वहीं पर्यावरण प्रेमी मैनाक भट्टाचार्य का कहना कि जो उनके द्वारा शिकायत की गई थी, उसका निरीक्षण किया गया है, आगे वेटलैंड एरिया में जो भी अवैध निर्माण पाये जाएंगे उक्त एरिया को मुक्त कराने भी वे प्रयासरत रहेंगे।
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(Udaipur Kiran) / देवेन्द्र ताम्रकार
