Haryana

सोनीपत:निरंकारी संत समागम में दस लाख श्रद्धालुओं के आने की दावा

सोनीपत पत्रकार वार्ता में संत निरंकारी मंडल के सचिव जोगिंदर सुखीजा मेंबर इंचार्ज राकेश मुटरेजा

समागम स्थल पर बनाया अस्थाई अस्पताल,तैनात रहेंगी 42 एंबुलेंस

कदम-कदम पर होगी जांच,बनाए गए 60चैक पोस्टछह जगह मिलेगा निशुल्क भोजन,22 कंटीन में रियायती सामान

सोनीपत, 29 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । सोनीपत

के निकट समालखा-गन्नौर हल्दाना बॉर्डर पर स्थित निरंकारी आध्यात्मिक स्थल पर होने वाले तीन दिवसीय 78वें वार्षिक निरंकारी

संत समागम की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। 31 अक्टूबर से 3 नवंबर तक होने वाले इस समागम में देश-विदेश से दस लाख से अधिक अनुयायियों के शामिल होने की उम्मीद है। जिसके लिए 650 एकड़

में टैंट सिटी बनाया गया है।बुधवार को

समागम स्थल पर आयोजित पत्रकार वार्ता में मंडल सचिव

जोगिंदर सुखीजा और प्रेस एंड पब्लिसिटी मेंबर इंचार्ज राकेश मुटरेजा ने बताया कि समागम के चारों दिन दोपहर 3 बजे

से रात्रि 9 बजे तक भक्ति और ज्ञान से परिपूर्ण मुख्य सत्र आयोजित होंगे। सेवादल के

लगभग एक लाख सदस्य तैयारियों व संचालन में जुटे हैं, जो मिशन की सेवा, समर्पण और अनुशासन

की मूल भावना को जीवंत करते हैं। स्वास्थ्य सुविधाओं पर विशेष जोर देते हुए 8 एलोपैथिक,

6 होम्योपैथिक डिस्पेंसरी, 15 प्राथमिक चिकित्सा केंद्र और एक कायरोप्रैक्टिक शिविर

स्थापित किए गए हैं। इसके अलावा 120 बेड का अस्थाई अस्पताल और 42 एम्बुलेंस (मिलाकर

5 वेंटिलेटर युक्त) तैनात रहेंगी।

सुरक्षा

व्यवस्था की दृष्टि से 60 चेक पोस्ट बनाए गए हैं, जहां

सेवादार और पुलिसकर्मी मिलकर ट्रैफिक व सुरक्षा संभालेंगे।

अग्निशमन, बिजली, पानी व

सीवरेज की पूरी व्यवस्था है। समागम स्थल को चार भागों में विभाजित कर 6 स्थानों पर

नि:शुल्क भोजन-पेय और 22 कैंटीन रियायती दरों पर उपलब्ध कराई जाएंगी। यातायात के लिए

प्रशासन, रेलवे व मिशन ने विशेष इंतजाम किए हैं। दिल्ली व समालखा-पानीपत के प्रमुख

स्टेशनों पर ट्रेनों के ठहराव व स्थानीय बस सेवाएं चलेंगी, साथ ही पर्याप्त पार्किंग

की सुविधा होगी।

मिशन

का इतिहास 1948 से वार्षिक समागमों की निरंतर श्रृंखला से जुड़ा है, जिसे सतगुरु माता

सुदीक्षा जी नई ऊर्जा प्रदान कर रही हैं। इस बार की निरंकारी प्रदर्शनी का थीम ‘आत्ममंथन’

है, जिसमें मिशन का इतिहास, समाजसेवा व बाल प्रदर्शनी के तीन खंड होंगे। प्रकाशन विभाग

ने समालखा में 14 और दिल्ली में 2 स्टॉल लगाए हैं, जहां साहित्य, कैलेंडर व स्मारिका

आत्ममंथन उपलब्ध होंगे। स्वच्छता को प्राथमिकता देते हुए कचरा निपटान के विशेष प्रबंध

हैं। यह समागम न केवल आस्था का केंद्र बनेगा, बल्कि सेवा व एकता का जीता-जागता उदाहरण

पेश करेगा।

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(Udaipur Kiran) शर्मा परवाना

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