
कठुआ, 29 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । डीसी कठुआ राजेश शर्मा ने नार्को समन्वय केंद्र के अंतर्गत जिला स्तरीय समिति की एक बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें जिले में नशीली दवाओं के दुरुपयोग और मादक पदार्थों के व्यापार पर अंकुश लगाने के उपायों पर चर्चा और समीक्षा की गई। बैठक में एसएसपी कठुआ मोहिता शर्मा मुख्य रूप से उपस्थित रहीं।
बैठक के दौरान नशीली दवाओं की लत, चिंता के क्षेत्रों की पहचान और नशीली दवाओं के दुरुपयोग के प्रमुख बिंदुओं से संबंधित मुद्दों पर व्यापक विचार-विमर्श किया गया। इस समस्या से निपटने के लिए विभिन्न प्रवर्तन और सामाजिक कल्याण एजेंसियों द्वारा किए गए उपायों की भी गहन समीक्षा की गई। डीसी ने इस समस्या से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए शिक्षा, प्रवर्तन और जागरूकता को शामिल करते हुए एक बहु-क्षेत्रीय रणनीति की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने संबंधित विभागों को विशेष रूप से युवाओं के बीच जागरूकता अभियान तेज करने और सकारात्मक पुनर्वास के लिए दूसरों को प्रेरित करने हेतु नशा मुक्ति की सफलता की कहानियों को साझा करने का निर्देश दिया। मुख्य शिक्षा अधिकारी को विशेष सत्रों और प्रातःकालीन सभाओं के माध्यम से स्कूलों में व्यापक जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए गए, जिसमें नशीली दवाओं के दुरुपयोग के दुष्प्रभावों पर प्रकाश डाला जाएगा। इसी तरह के जागरूकता अभियान कॉलेजों, शिक्षण संस्थानों, गैर सरकारी संगठनों और पुनर्वास केंद्रों में उचित परामर्श सत्रों के माध्यम से चलाए जाएँगे।
उपायुक्त ने आबकारी एवं कराधान अधिकारी को जिले भर में नशीली दवाओं की तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए नियमित जाँच करने के निर्देश दिए। सहायक नियंत्रक औषधि एवं खाद्य नियंत्रण संगठन को नशीली दवाओं के दुरुपयोग की संभावना वाली ओवर-द-काउंटर दवाओं और सिरिंजों की बिक्री पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए गए। उन्होंने यह सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया कि जागरूकता गतिविधियाँ जिले के शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों तक पहुँचें, जिसमें व्यापक पहुँच के लिए पंचायती राज संस्थाएँ, युवा क्लब और सामुदायिक संगठन शामिल हों। इस बैठक में एडीसी कठुआ विश्वजीत सिंह, एसडीएम हीरानगर फुलैल सिंह, एसीडी कठुआ, सीएमओ, सीईओ, डीएसडब्ल्यूओ कठुआ और बीएसएफ तथा संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
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(Udaipur Kiran) / सचिन खजूरिया
