
रांची, 29 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । पूर्व केन्द्रीय मंत्री और आदिवासी समाज के शिखर पुरुष कार्तिक उरांव की जयंती पर बिरसा कृषि विश्वविद्यालय (बीएयू) में बुधवार को उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गयी I
बीएयू के कुलपति डॉ एससी दुबे और वरिष्ठ पदाधिकारियों ने विश्वविद्यालय मुख्यालय स्थित कार्तिक उरांव के प्रतिमा पर पुष्प अर्पण करते हुए समाज, प्रदेश एवं राष्ट्र के प्रति किये गये उनके योगदान को याद किया I
इस अवसर पर कुलपति डॉ एससी दुबे ने कहा कि कार्तिक उरांव ने जीवन भर आदिवासियों के विकास और एकता के लिए एवं समाज में व्याप्त अन्धविश्वास, कुरीतियों एवं अपसंस्कृति के उन्मूलन के लिए काम किया I उनके अधूरे काम को पूरा करने का संकल्प लेना और उनके सपनों को मूर्त रूप देना ही उनके प्रति हम सबों की सच्ची श्रद्धांजलि होगीI
उल्लेखनीय है कि कार्तिक उरांव ने पटना से बीएससी इंजीनियरिंग और लन्दन से एमएससी इंजीनियरिंग की शिक्षा प्राप्त की I इंग्लैंड में 1959 में दुनिया का सबसे बड़ा आटोमेटिक न्यूक्लियर पावर स्टेशन का डिजाईन बनाकर उन्होंने इंग्लैंड सरकार को दिया I यह पावर स्टेशन आज हिंकले न्यूक्लियर पावर स्टेशन कहलाता है I
इंग्लैंड में लगभग एक दशक के प्रवास के बाद पंडित जवाहरलाल नेहरु के आग्रह पर भारत लौटेI रांची के एचईसी में वे सुपरिटेनडिंग इंजीनियर (कंस्ट्रक्शन एंड डिज़ाइन) बनाये गए । अपनी योग्यता के बल पर वे एक साल के अंदर ही चीफ इंजीनियर डिजाईन के पद पर प्रोन्नत हो गए और वर्ष 1967 तक कार्यरत रहेI
वे वर्ष 1967, 1971 और 1980 में लोहरदगा से सांसद चुने गए I केंद्र सरकार में वे 1971 में संचार राज्य मंत्री और 1980 में पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री बने I एक बार बिहार विधान सभा के लिए भी निर्वाचित हुएI रांची विश्वविद्यालय के सीनेट एवं सिंडिकेट के सदस्य और बीआईटी, सिंदरी के निदेशक मंडल के सदस्य के रूप में उन्होंने इन संस्थानों के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया I
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(Udaipur Kiran) / Vinod Pathak