
हिसार, 29 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय
(लुवास) के पशु उत्पादन प्रबंधन विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. मान सिंह ने राष्ट्रीय
स्तर पर विश्वविद्यालय का नाम गौरवांवित किया है। उन्होंने एनिमल फिजियोलॉजिस्ट्स एसोसिएशन द्वारा आयोजित वार्षिक सम्मेलन एपीएसीओएन 2025 एवं
जलवायु अनुकूल पशु उत्पादन के लिए अगली पीढ़ी के शारीरिक दृष्टिकोण विषय पर आयोजित
राष्ट्रीय संगोष्ठी में अपने उत्कृष्ट शोध कार्य के लिए सर्वश्रेष्ठ मौखिक प्रस्तुति
पुरस्कार प्राप्त किया।
यह प्रतिष्ठित सम्मेलन वेटरनरी कॉलेज, नंदी नगर, बीदर (कर्नाटक) में आयोजित
किया गया था। इस आयोजन का सफल संचालन कर्नाटक वेटरिनरी, एनिमल एंड फिशरीज साइंसेज यूनिवर्सिटी,
बीदर के पशु शरीर क्रिया एवं जैव रसायन विभाग द्वारा किया गया। इस राष्ट्रीय कार्यक्रम
में देशभर के 150 से अधिक वैज्ञानिकों, शिक्षाविदों एवं शोधकर्ताओं ने भाग लिया और
अपने-अपने शोध कार्य प्रस्तुत किए।
डॉ. मान सिंह ने इस सम्मेलन में अपने शोध विषय इन्फ्रारेड थर्मोग्राफी के उपयोग
से डेयरी बकरियों में मास्टाइटिस का गैर-आक्रामक मूल्यांकन पर शोध पत्र प्रस्तुत किया।
उनके शोध कार्य को सम्मेलन में उपस्थित विशेषज्ञों ने वैज्ञानिक नवीनता, अनुसंधान की
उत्कृष्टता, सटीक तकनीकी दृष्टिकोण तथा पशुधन उत्पादन में व्यावहारिक उपयोगिता के लिए
अत्यधिक सराहा।
यह शोध कार्य इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है कि भविष्य में पशुओं में होने
वाले रोगों, विशेषकर मास्टाइटिस (थनों की सूजन) जैसी समस्याओं का बिना किसी शल्य या
दर्दनाशक प्रक्रिया के केवल इन्फ्रारेड तकनीक के माध्यम से शीघ्र और सटीक निदान किया
जा सके। यह पद्धति पशुओं के स्वास्थ्य प्रबंधन में क्रांतिकारी बदलाव ला सकती है, जिससे
डेयरी पशुपालन अधिक उत्पादक, सुरक्षित और जलवायु सहनशील बन सकेगा। सम्मान प्राप्ति
के उपरांत महाविद्यालय के डीन डॉ. मनोज रोज़, विभागाध्यक्ष डॉ. देवेन्द्र बिढान, तथा
डॉ. मान सिंह ने कुलपति प्रो. (डॉ.) विनोद कुमार वर्मा से मुलाकात की।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर
