

मुंबई,29 अक्टूबर ( हि.स.) । ठाणे नगर निगम की लापरवाही का एक और उदाहरण ठाणे पूर्व मीठा बंदर रोड स्थित स्वातंत्र्यवीर सावरकर नगर इलाके में सामने आया है। नगर निगम द्वारा कुछ साल पहले बनाया गया लोहे का मेहराब पूरी तरह से जंग खाकर अब जानलेवा बन गया है। मंगलवार की रात इस मेहराब का पाँच फुट लंबा लोहे का चैनल अचानक गिर गया। गनीमत रही कि उस समय वहाँ कोई मौजूद नहीं था, जिससे बड़ा हादसा टल गया।
हालांकि, इस घटना ने एक बार फिर नगर निगम की लापरवाही को उजागर कर दिया है।
नगर निगम केवल नई परियोजनाओं के उद्घाटन में व्यस्त रहता है, लेकिन पुरानी संरचनाओं के नियमित रखरखाव पर कोई ध्यान नहीं देता। यह लापरवाही सीधे तौर पर नागरिकों के जीवन से खिलवाड़ है। इलाके के निवासियों ने मांग की है कि इस मेहराब का तुरंत निरीक्षण किया जाए और उसे हटाया जाए।
मेहराब की नींव और उसके ऊपर की संरचना चारों तरफ से पूरी तरह जंग खा चुकी है और किसी भी क्षण इसके ढहने का डर बना हुआ है। इस सड़क से प्रतिदिन हजारों नागरिक, स्कूली बच्चे और वाहन चालक गुजरते हैं। इसलिए, जनहानि की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। हालाँकि, अभी तक नगर निगम का कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुँचा है।
नागरिकों ने रोष व्यक्त करते हुए कहा, नगर निगम नागरिकों की सुरक्षा की अनदेखी करता है और केवल दिखावटी परियोजनाओं, होर्डिंग और सेल्फी पॉइंट पर ही ध्यान केंद्रित करता है। लेकिन, अगर इस लापरवाह प्रशासन के कारण किसी की जान चली जाती है, तो कौन ज़िम्मेदार होगा? इस बीच, नगर निगम के अधिकारियों ने इस मामले में प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, हम घटना की जानकारी ले रहे हैं; आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
ठाणे पूर्व चांदनी कोलीवाड़ा के आनंद कोली का कहना है कि स्थानीय नागरिकों ने अपनी भावना व्यक्त की है कि नगर निगम की यह लापरवाही दुर्भाग्यपूर्ण है। क्या कार्रवाई केवल दुर्घटना होने पर ही की जाएगी या जब जन सुरक्षा का प्रश्न हो? प्रश्न उठता है।ठाणे शहर में ऐसे सभी लोहे के मेहराबों का तुरंत निरीक्षण और मरम्मत आवश्यक है।
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(Udaipur Kiran) / रवीन्द्र शर्मा
