
फर्रुखाबाद, 29 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । भारत हिन्दू राष्ट्र था और रहेगा। हिन्दुओं ने अपने संस्कार भुला दिए, यही हमारे धर्म के पतन का कारण है। यह बातें बुधवार को यहां संत शिरोमणि ईश्वर दास महाराज ने कही। वे डीपी वीपी विद्यालय में मानस सम्मेलन के शुभारंभ पर बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि मानस की शिक्षाओं को जीवन में उतारने से ही कल्याण संभव है। मानस हमें जीवन जीना सिखाती है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को मानस का पाठ अवश्य करना चाहिए। अगर पाठ नहीं कर सकते हो तो मानस को पूर्ण पवित्रता एवं श्रद्धा के साथ अपने पूजा घर में रखें, कल्याण होगा। उन्हाेंने कहा कि साधु संत का जीवन मानव व राष्ट्र कल्याण समाज सेवा के लिए होता है।
इस अवसर पर संचालन करते हुए संत कवि बृज किशोर सिंह किशोर ने मानस के विभिन्न प्रसंगों की चर्चा की। उन्हाेंने कहा कि मानस जहां हमें समाज, परिवार व राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्य का बोध कराती है, वहीं प्रेम, त्याग व नारी सम्मान की शिक्षा देती है।
संयोजक भारत सिंह ने विगत वर्षों से निरंतर चली आ रही श्री राम कथा के सफल आयोजन के लिए समिति के पदाधिकारियों का आभार व्यक्त किया।अंजुम दुबे ने सभी का आभार व्यक्त किया। वैदिक कार्यक्रम आचार्य सर्वेश शुक्ला, आचार्य अरविंद चतुर्वेदी ने संपन्न कराये। इस अवसर पर शकुंतला गौतम, बबलू कनौजिया, गौरंगना दुबे, मुकेश सिंह, मीडिया प्रभारी राजेश निराला, रविंद्र भदाैरिया, गोपाल चतुर्वेदी, शारदा, अशोक वर्मा, गगन सिंह आदि उपस्थित रहे।
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(Udaipur Kiran) / Chandrapal Singh Sengar
