
गुवाहाटी, 07 नवम्बर (Udaipur Kiran) । असम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य ने शुक्रवार काे राजभवन में ऑपरेशन सद्भावना के तहत आयोजित राष्ट्रीय एकता दौरे नेशनल इंटीग्रेशन टूर पर तवांग जा रहे बिन्नागुड़ी के 11 छात्रों और एक शिक्षक से मुलाकात की।
यह दौरा युवाओं में एकता और राष्ट्रीय एकजुटता की भावना को प्रबल करने के साथ-साथ देश के विविध सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक धरोहरों से परिचित कराने के उद्देश्य से आयोजित किया गया है।
छात्रों से बातचीत करते हुए राज्यपाल ने उनके उत्साह और देश की बहुलतावादी संस्कृति के प्रति जिज्ञासा की सराहना की। उन्होंने कहा कि ऐसे दौरे युवाओं को भारत की विविधता में निहित शक्ति को समझने और राष्ट्र निर्माण में सकारात्मक योगदान देने के लिए प्रेरित करते हैं।
राज्यपाल ने कहा, “हर यात्रा एक सबक होती है। जब युवा मन नई जगहों की यात्रा करते हैं, तो वे केवल भौगोलिक विविधता नहीं देखते, बल्कि विचारों, परंपराओं और मूल्यों से भी परिचित होते हैं, जो उन्हें एक सच्चे भारतीय के रूप में गढ़ते हैं। जितना हम एक-दूसरे को जानेंगे, उतना ही हमारा राष्ट्रीय ताना-बाना मजबूत होगा।”
राज्यपाल ने विद्यार्थियों को बड़े सपने देखने और अपने मूल्यों से जुड़े रहने की प्रेरणा दी। उन्होंने उन्हें नेतृत्व क्षमता, करुणा और समाज के प्रति प्रतिबद्धता विकसित करने का आग्रह किया तथा शिक्षा और अनुशासन को बेहतर भविष्य निर्माण के साधन बताया।
राज्यपाल ने सद्भावना और प्रेरणा के प्रतीक के रूप में छात्रों को पुस्तकें भेंट कीं और कहा कि पुस्तकों से मित्रता जीवन को उज्ज्वल बनाती है तथा जिम्मेदार नागरिक बनने की दिशा में मदद करती है।
आचार्य ने सीमावर्ती क्षेत्रों के युवाओं में सद्भाव, एकता और भाईचारे को बढ़ावा देने के लिए भारतीय सेना द्वारा ऑपरेशन सद्भावना के तहत किए जा रहे प्रयासों की सराहना की और कहा कि ऐसे उपक्रम देश के भावनात्मक और सांस्कृतिक संबंधों को और अधिक सुदृढ़ बनाते हैं।
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(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश