
पटना, 28 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । बिहार विधानसभा चुनाव के लिए महागठबंधन का घाेषणा पत्र जारी हाेते ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने लालू यादव और तेजस्वी यादव से सवालाें की झड़ीलगा दी है। मंगलवार काे पटना में प्रेस वार्ता कर भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री ऋतुराज सिन्हा ने पलायन पर राहुल गांधी और तेजस्वी यादव पर झूठ, भ्रम और भय का वातावरण निर्माण करने का आरोप लगाया है।
ऋतुराज सिन्हा ने कहा कि महागठबंधन में शामिल दलाें का मकसद केवल झूठ के आधार पर किसी भी तरह से वोट हासिल करना हैं। उन्होंने कहा कि घाेषणापत्र में तेजस्वी ने पलायन करने वाले बिहारी मजदूरों के कष्ट का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि बिहार में रोजी-रोजगार और उद्योग का अभाव है, लेकिन गाैर से साेचा जाये, ताे सबसे पहला सवाल यह है कि बिहार में पलायन क्यों शुरू और कब शुरू हुआ?
उन्होंने कहा कि यह 1990 का समय था, जब बिहार पूरी तरह से डगमगाया। यहां से सारे उद्योग-धंधे वाले चले गए, क्योंकि उसी समय बिहार में लालू यादव का जंगलराज शुरू हुआ था,जिससे यहां के लोगों में आतंक फैलाया गया। उन्हाेंने कहा कि आज तेजस्वी जी पलायन की बात कर रहे हैं, लेकिन सबसे पहले उन्हें अपने घर में अपने माता-पिता से पूछना चाहिए कि आखिर उन्होंने क्यों इसे रोकने के लिए कुछ नहीं किया?
हर घर में एक सरकारी नौकरी पर कसा तंज
तेजस्वी के ढाई करोड़ नौकरी देने पर ऋतुराज सिन्हा ने कहा कि तेजस्वी खुद नौंवी फेल हैं, लेकिन बिहार की जनता पढ़ी-लिखी है। वह जानती है कि तेजस्वी जो बोल रहे हैं, वह कभी संभव नहीं है। आज बिहार में ढाई करोड़ परिवार है। मतलब ढाई करोड़ नौकरी देनी होगी, जबकि बिहार में कुल नियुक्ति 25 लाख है और 10 लाख से भी कम रिक्त पद हैं।
ऋतुराज सिन्हा ने कहा कि हो सकता है कि तेजस्वी यादव 500 सौ रूपए महीना वाली नौकरी देने की सोच रहे हैं। वहीं, दूसरा तरीका हो सकता है इन कर्मियों का वेतन देने के लिए उनके पास 12 लाख करोड़ का इश्वरीय वरदान मिल गया हो।
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(Udaipur Kiran) / चंदा कुमारी