फर्रुखाबाद, 28 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जनपद 50 प्रतिशत अनुदान पर किसानों को बीज उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए बीज वितरण केन्द्र निर्धारित कर दिए गए हैं। यह जानकारी जिला कृषि अधिकारी बीके सिंह ने मंगलवार काे दी।
जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि रबी की फसलों की बुवाई की तैयारी प्रारम्भ हो चुकी है। इसको लेकर कृषि विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। जनपद में गेहूं, चना मटर मसूर, सरसों, के गुणवत्तायुक्त बीज 50 प्रतिशत अनुदान पर उपलब्ध है। इसमें प्रमुख रूप से गेहूं की प्रजाति डीबीडब्लू 757, पीबीडब्लू 752, डीबीडब्लू 187, डीबीडब्लू 222, डीबीडब्लू 303, डीबीडब्लू 371, डीबीडब्लू 327 की प्रजाति कुल 9400 कुन्तल की उपलब्धता सभी 7 विकास खण्डों पर स्थित राजकीय कृषि बीज भण्डार एवं 15 सहकारी बिक्री केन्द्र पीसीएफ अमृतपुर, राजेपुर, मंझना, चिलसरा, गनीपुर जोगपुर, नगला नान, पखना, हरकमपुर, मदनपुर, महमदगंज परमनगर, कुबेरपुर कुतलूपुर, अमृतपुर, कनासी, कमालगंज, भटासा, कायमगंज(उत्तरी) पर उपलब्ध है, जहां पर कृषकों को 50 प्रतिशत अनुदान पर बीज वितरण किया जायेगा। इसके अतिरिक्त जिले में सहकारी एवं निजी उर्वरक बिक्री केन्द्रों पर माह अक्टूबर के लक्ष्य के सापेक्ष पर्याप्त उर्वरकों की उपलब्धता है।
जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी द्वारा प्रतिदिन सुबह जिला कृषि अधिकारी एव उर्वरक से जुड़े समस्त अधिकारियों के साथ जनपद में उर्वरकों की आपूर्ति एवं वितरण तथा उपलब्धता की नियमित समीक्षा की जा रही है। जिला प्रबन्धक पीसीएफ को सभी समितियों पर त्वरित गति से उर्वरकों की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए निर्देश दिये गये हैं। इसके अतिरिक्त जनपद में इस सप्ताह कृभको, आईपीएल, मेंकोरोमण्डल, एचयूआरएल, चम्बल फर्टिलाइजर एनएफएल कम्पनी की डीएपी, एनपीके 4611 मीट्रिकटन (92220 बोरी) की आपूर्ति रैकों के माध्यम से की जा रही है।
उन्हाेंने बताया कि विक्रेताओं के द्वारा यूरिया/डीएपी बिकी करते समय कृषकों को अन्य उत्पादों की टैगिंग कदापि न की जाये। उर्वरक बिक्री करते समय कृषकों से इन्तखाब/खसरा खतौनी/जोतवही एवं फसल की जानकारी के बाद संस्तुत मात्रा में उर्वरक का विक्रय करें। यदि थोक विक्रेता द्वारा खुदरा विक्रेताओं को टैगिंग की जाती है, ताे उसे सम्बन्धित खुदरा विक्रेता तत्काल जिला कृषि अधिकारी के संज्ञान में लाना सुनिश्चित करें। कृषक भाई अपनी आवश्कतानुसार संस्तुत मात्रा में उर्वरक का प्रयोग करें। इस प्रकार जनपद में पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध है किसी प्रकार की कोई कमी नहीं है।
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(Udaipur Kiran) / Chandrapal Singh Sengar