
मुंबई, 7 नवंबर ( हि.स.) । ठाणे मनपा क्षेत्र में दस नगर सेवकों वाले क्षेत्र ठाणे (पूर्व) के कोपरी संभाग में महाराष्ट्र राज्य विद्युत बोर्ड का बिजली शिकायत निवारण केंद्र पिछले तीन दशकों से नागरिकों के लिए एक बेहद सुविधाजनक स्थान रहा है। हालाँकि, हाल ही में इस केंद्र को अचानक ठाणे (पश्चिम) के रहेजा गार्डन में स्थानांतरित कर दिया गया, जिससे कोपरी संभाग के नागरिकों में रोष की लहर दौड़ गई है। ठाणे पूर्व शिवसेना ने इस निर्णय के खिलाफ एक लिखित बयान जारी किया है और इस केंद्र को कोपरी में फिर से खोलने की माँग की है।
स्थानीय नागरिकों और शिवसेना पदाधिकारियों ने कहा, 30 वर्षों से संचालित यह केंद्र आम उपभोक्ताओं, वरिष्ठ नागरिकों और महिलाओं के लिए एक बड़ी सुविधा थी। अब, ठाणे पश्चिम जाने में समय, पैसा और मेहनत लगती है। कई बुजुर्गों को शिकायत दर्ज कराने या अपने बिलों के बारे में पूछताछ करने के लिए इतनी दूर जाना पड़ता है।
ठाणे पूर्वी छोर कोपरी के सामाजिक कार्यकर्ता प्रशांत सिनकर ने बताया कि कोपरी क्षेत्र में रहने वाले नागरिक बिजली बिल, मीटर रीडिंग, शिकायत निवारण, बिजली कनेक्शन और नाम स्थानांतरण जैसी सेवाओं के लिए हर महीने नियमित रूप से इस केंद्र पर आते थे। हालाँकि, केंद्र के स्थानांतरण के कारण उन्हें ठाणे पश्चिम के भीड़भाड़ वाले इलाके में जाना पड़ रहा है, जिससे ट्रैफ़िक जाम, यात्रा व्यय और समय प्रबंधन जैसी समस्याएँ पैदा हो रही हैं।
नागरिकों ने स्पष्ट रूप से चेतावनी दी है कि, यदि प्रशासन नागरिकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए कोपरी में इस केंद्र को फिर से नहीं खोलता है, तो हम एक ज़ोरदार आंदोलन शुरू करेंगे।
स्थानीय स्तर पर इस मुद्दे पर काफ़ी चर्चा हुई है और स्थानीय लोगों को विश्वास है कि शिवसेना की पहल पर शिकायत निवारण केंद्र फिर से कोपरी में आ जाएगा। इस संबंध में संपर्क करने पर महावितरण केंद्र के अधिकारियों ने कहा कि हालाँकि केंद्र को ठाणे पश्चिम में स्थानांतरित कर दिया गया है, फिर भी नागरिकों को असुविधा न हो, इसका ध्यान रखते हुए शिकायत निवारण के लिए कर्मचारी रखे जाएँगे।
ठाणे पूर्व भाग के शिवसेना संभाग प्रमुख संतोष बोडके का कहना है कि कोपरी विभाग के हज़ारों बिजली उपभोक्ताओं को इस निर्णय से भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस केंद्र को स्थानांतरित करने का कोई औचित्य नहीं है। नागरिकों के हितों को ध्यान में रखते हुए इसे पहले की तरह उसी स्थान पर शुरू किया जाना चाहिए, यही जनता की माँग है।उल्लेखनीय है कि ठाणे शहर का महत्वपूर्ण हिस्सा ठाणे पूर्व कोपरी में बीस प्रतिशत जनसंख्या यहां निवास करती है। ठाणे स्टेशन पूर्वी तरफ से मीठ बंदर मार्ग पर कभी यहां पर रेलवे लाइन पर नमक की ढुलाई की जाती थी जी ठाणे क्रीक तक जाती आती थी।समय के अंतराल के बाद ठाणे खाड़ी के एक भाग पर बस्ती बस गई। ठाणे स्टेशन पूर्वी भाग में लोगों का कहना है इस सड़क के नीचे अभी भी रेल लाइन दबी हुई हैं। ठाणे ईस्ट में सन 2004 से नवी मुंबई और पनवेल के लिए लोकल ट्रेन शुरू होने के बाद कोपरी के यातायात रफ्तार में कई गुना वृद्धि हुई है।इसके साथ ही ठाणे स्टेशन पूर्वी भाग से बोरीवली ,नालासोपारा ,मीरा रोड , भयंदर पाड़ा , गोमुख हीरानंदानी इस्टेट, वागले इस्टेट आदि के लिए कई नगर निगमों की बसे जाती रहती हैं।इसके अतिरिक्त ठाणे मनपा का सैकड़ों करोड़ का सैटीस पुल चंद माह में यातायात के लिए खोल दिया जाएगा।ऐसी स्थिति में ठाणे पूर्व की उपेक्षा किए जाने से ठाणे पूर्व के नागरिकों में असंतोष व्याप्त है।
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(Udaipur Kiran) / रवीन्द्र शर्मा