Chhattisgarh

निर्धारित समय सीमा में योजनाओं के क्रियान्वयन का निर्देश

जिला पंचायत जांजगीर-चांपा की सामान्य सभा सम्पन्न

कोरबा/जांजगीर-चांपा, 06 नवम्बर (Udaipur Kiran) । जिला पंचायत जांजगीर-चांपा की सामान्य सभा की बैठक आज गुरुवार काे जिला पंचायत के सभा कक्ष में आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता जिला पंचायत अध्यक्ष इंजीनियर सत्यलता आनंद मिरी ने की। बैठक में जिला पंचायत उपाध्यक्ष गगन जयपुरिया, जिला पंचायत सदस्य, सांसद एवं विधायक प्रतिनिधि, जनपद पंचायत अध्यक्ष, जिला पंचायत सीईओ गोकुल रावटे तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

बैठक में पूर्व बैठक के प्रस्तावों के अनुपालन प्रतिवेदन पर चर्चा हुई। बैठक में आदिम जाति विभाग के छात्रावासों की स्थिति, आंगनबाड़ी केन्द्रों में पंजीकृत बच्चों की संख्या, फ्लाई ऐश और स्लैगचुरी के उपयोग से संबंधित पर्यावरण अनुमति प्रक्रिया सहित विभिन्न विषयों की विस्तृत समीक्षा की गई।

जिला पंचायत अध्यक्ष ने सभी विभागों को कार्यों में गंभीरता बरतने तथा निर्धारित समय सीमा में योजनाओं के क्रियान्वयन का निर्देश दिया। उन्होंने यह भी कहा कि सामान्य सभा की बैठक से अनुपस्थित अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाए। साथ ही स्थायी समितियों की बैठकें समिति सभापतियों के साथ समन्वय स्थापित कर नियमित रूप से आयोजित करने को कहा गया।

बैठक में जिले में संचालित उद्योगों की जानकारी और उनके जलकर बकाया की रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए। जल जीवन मिशन की समीक्षा के दौरान सदस्यों ने बताया कि कई गांवों में अब भी पानी घरों तक नहीं पहुँच रहा है। इस पर निर्णय लिया गया कि प्रत्येक घर तक नियमित जलापूर्ति सुनिश्चित की जाए और इसकी जांच जिला पंचायत सदस्यों द्वारा की जाएगी। अध्यक्ष ने निर्देश दिए कि जिन गांवों में पाइपलाइन या सप्लाई व्यवस्था में गड़बड़ी मिले, वहां सुधारात्मक कार्रवाई की जाए।

फ्लाई ऐश एवं स्लैगचुरी उपयोग के संबंध में पर्यावरण अनुमति प्रक्रियाओं की पारदर्शिता पर जोर दिया गया। बैठक में निर्देश दिया गया कि अनुमति एवं अनापत्ति प्रमाण पत्रों की प्रक्रिया, मानदंड एवं आवश्यक दस्तावेजों की सूची सार्वजनिक रूप से उपलब्ध कराई जाए, ताकि पर्यावरण नियमों का पालन सुनिश्चित हो सके।

आदिम जाति विभाग के छात्रावासों पर चर्चा के दौरान सदस्यों ने छात्र संख्या और राशि आबंटन की वास्तविकता पर सवाल उठाए। बैठक में निर्णय लिया गया कि जिला पंचायत सदस्य स्वयं छात्रावासों की जांच करेंगे और जहां भी अनियमितता मिलेगी, वहां संबंधित अधिकारियों से राशि वसूली की जाएगी। जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि छात्रावासों में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित की जाए।

आंगनबाड़ी केन्द्रों की समीक्षा में बच्चों की दर्ज संख्या और कार्यकर्ता-सहायिका की उपस्थिति की जानकारी ली गई। अध्यक्ष ने निर्देश दिए कि अनुपस्थित रहने या समय से पहले केंद्र बंद करने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा में जीवनदीप समिति की बैठकें नियमित कराने और अस्पतालों में साफ-सफाई बनाए रखने पर जोर दिया गया।

धान खरीदी सीजन 2025-26 की तैयारियों पर भी विस्तृत चर्चा हुई। जिला पंचायत अध्यक्ष ने निर्देश दिए कि किसानों को खरीदी के दौरान किसी प्रकार की परेशानी न हो और उपार्जन केंद्रों की नियमित मॉनिटरिंग की जाए। उन्होंने कहा कि खरीदी प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी ढंग से संचालित की जाए।

बैठक में 15वें वित्त की ब्याज राशि से निर्माण कार्यों के प्रस्तावों को भी मंजूरी प्रदान की गई।

(Udaipur Kiran) / हरीश तिवारी

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(Udaipur Kiran) / हरीश तिवारी