


दमोह, 6 नवंबर (हि.स )। सिंधी समाज के आराध्य भगवान झूलेलाल पर अभद्र टिप्पणी करने के मामले को लेकर सिंधी समाज आक्रोशित दिखाई दे रहा है। मध्य प्रदेश के दमोह में गुरुवार को हजारों की संख्या में सिंधी समाज के लोगों ने एकत्रित होकर विरोध प्रकट किया। उन्होंने स्थानीय अंबेडकर चौक पर अमित बघेल का पुतला दहन भी किया। लगभग 4 किलोमीटर की यात्रा तय करते हुए यह सभी सिंधी समाज के लोग संयुक्त संयुक्त कलेक्ट्रेट भवन पहुंचे एवं भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम एक ज्ञापन सौंपते हुए कार्रवाई की मांग की। दरअसल, भगवान झूलेलाल पर गत दिवस जोहार छत्तीसगढ़ क्रांति सेना प्रमुख अमित बघेल के द्वारा अभद्र एवं आधारहीन टिप्पणी करने का मामला सामने आया था।
दमोह में सिंधी समाज द्वारा संचालित भगवान झूलेलाल मंदिर के पुजारी पंडित महेश शर्मा ने कहा कि अमित बघेल के द्वारा जानबूझकर सिंधी समाज के पूजनीय इष्ट देव भगवान झूलेलाल के विरुद्ध तथा सनातन धर्म व महापुरुषों पर अत्यंत हमारे आदित्य टिप्पणी करते हुए सिंधी समाज को पाकिस्तानी कहकर संबोधित किया है। जिसके कारण पूरा समाज आक्रोशित थे उनकी आस्था को ठेस पहुंची है।
वहीं अनिल कोटवानी का कहना है कि आक्रोश की यह आग सिर्फ दो बातों से थम सकती है या तो अमित बघेल माफी मांगे या फिर सरकार अमित बघेल के विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्यवाई करे। हम सभी भारत के संविधान भारत के कानून में भरोसा रखते हैं और हमें भरोसा है कि अमित बघेल के विरुद्ध कार्यवाई अवश्य होगी। उन्होंने कहा कि जिस मर्यादित टिप्पणी का प्रयोग किया गया है वह निंदनीय है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम ज्ञापन डिप्टी कलेक्टर बृजेश सिंह ने प्राप्त किया। उनका कहना है कि ज्ञापन नियम अनुसार प्रधानमंत्री कार्यालय को भेज दिया जाएगा।
इस अवसर पर हरीश नागदेव एवं जयरामदास नोतानी एवं विनोद अम्लानी ने कहा कि अमित बघेल के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही नहीं होती है तो सिंधी समाज देश भर में बड़ा आंदोलन करेगा क्योंकि हम सभी सनातन धर्म का ना तो अपमान सहेंगे और ना ही भगवान झूलेलाल पर टिप्पणी करने वाले को माफ करेंगे। सरकार को जल्द से जल्द कानूनी कार्यवाई करना चाहिए। आज की इससे आक्रोश रैली में हजारों की संख्या में सिंधी समाज के लोगों की उपस्थिति रही।
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(Udaipur Kiran) / हंसा वैष्णव