
रामगढ़, 5 नवंबर (Udaipur Kiran) । श्री दिगंबर जैन समाज के तत्वावधान में मेन रोड स्थित जिनालय में परम पूज्य आचार्य भगवन श्री विद्यासागर जी की विदुषी शिष्या संपदा दीदी और अनीता दीदी के सानिध्य में आठ दिवसीय श्री सिद्ध चक्र महामंडल विधान सह विश्व शांति महायज्ञ संपन्न हो गया। विधान के अंतिम दिन बुधवार को संपदा दीदी के सानिध्य में चयनित पात्र और महिलाओं ने सामूहिक अर्घ्य समर्पण कर एवं हवन कर विधान की पूर्णाहुति की।
विधान के समापन पर संपदा दीदी ने कहा कि जिनालय में अष्टानिका पर आयोजित यह विधान अक्षय पूण्य प्रदाता है। दीदी ने कहा कि हम प्रत्येक वर्ष तीन अष्टानिकाएं मनाते हैं, लेकिन कार्तिक मास की अष्टानिका को श्री सिद्ध चक्र महामंडल विधान के साथ पूर्ण करना एक दुर्लभ संयोग होता है।
वहीं विधान संपन्न होने की विस्तृत जानकारी देते हुए जैन समाज के सचिव योगेश सेठी ने बताया कि दोनों दीदीयों के आगमन से रामगढ़ की धरा पावन हो गई है। दीदी की वात्सल्यमयी वाणी सुनकर श्रद्धालु मंत्र मुग्ध हुए। उन्होंने कहा कि दीदी के सानिध्य में हमारे जिनालय में एक साथ श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान और श्री नंदिश्वर विधान एक साथ दो-दो विधान इतने भक्तिमय तरीके से संपादित हुए। श्री सेठी ने बताया कि जैन समाज सदैव तपस्वियों का सानिध्य पाकर स्वयं को गौरान्वित और धन्य महसूस करता है।
विधान को सफल बनाने में ललित चूड़ीवाल, उपाध्यक्ष राजू पाटनी, सुशील चूड़ीवाल, देवेंद्र गंगवाल, अरुणा जैन, उषा अजमेरा, प्रिया पाटनी, अनीता चूड़ीवाल सहित समाज के अन्य सदस्यों का रहा।
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(Udaipur Kiran) / अमितेश प्रकाश