
मंदसौर, 5 नवंबर (Udaipur Kiran) । परम पूज्य आचार्य देव श्री नवरत्नसागरसूरि एवं आचार्य श्री विश्वरत्नसागरसूरिजी मसा के आशीर्वाद से श्री केशरिया आदिनाथ जैन संघ रूप चाँद आराधना भवन, मन्दसौर के तत्वावधान में बुधवार को कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर प्रसिद्ध जैन तीर्थ स्थल श्री विघ्नहरा पार्श्वनाथ मंदिर खिलचीपुरा पर श्री सिद्धाचल भावयात्रा एवं पट वंदन का आयोजन प.पू. गुरुदेव आचार्य श्री निपुणरत्न सूरीश्वरजी म.सा. आदि ठाणा एवं प.पु. चंपाकली गच्छगणीनी श्री सुर्यप्रभा श्रीजी की आज्ञानुवर्ती सुशीयाप. पु. अमीतगुणाश्रीजी म. सा. एवं प. पु. साध्वी श्रयनंदिता श्रीजी म. सा. के पावन सानिध्य में संपन्न हुआ।
05 नवम्बर 2025, बुधवार को प्रात: 7.30 बजे रूपचाँद आराधना भवन से सभी श्रावक श्राविकाएं साधु भगवंतों के पावन सानिध्य में चैत्य परिपाटी के रूप में निकले जो नयापुरा मंदिर होते हुए यात्री संघ खिलचीपुरा जैन तीर्थ पहुंचा। प्रात: 9.30 बजे श्री खिलचीपुरा तीर्थ (मंदिर) में प्रवेश हुआ जिसके उपरांत पैदल संघ का बहुमान एवं नवकारसी का आयोजन किया गया। जिसके पश्चात सिद्धाचल पटवंदन एवं मसा के प्रवचन हुए।
प्रवचनों के बाद मांगलिक हुई जिसके पश्चात् स्वामीवात्सल्य का आयोजन सेठ भेरुलालजी कस्तुरचंदजी चण्डावला (जैन भवन), खिलचीपुरा में किया गया। सम्पूर्ण कार्यक्रम व साधर्मिक वात्सल्य के लाभार्थी रुपचन्दजी बदामबाई, स्व. श्री लक्ष्मीलालजी धींग, स्व. श्री कैलाशचन्द्र संघवी की स्मृति में (श्री जैन नमकीन परिवार) मन्दसौर रहें जिनका बहुमान श्री केशरिया आदिनाथ जैन संघ मन्दसौर द्वारा किया गया। कार्यक्रम में बडी संख्या में समाजजन एवं क्षेत्र के जनप्रतिनिधि सम्मिलित हुए।
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(Udaipur Kiran) / अशोक झलोया