West Bengal

एसआईआर प्रक्रिया के दौरान तृणमूल समर्थकों पर लगा बीएलओ के साथ चलने का आरोप, खानाकुल में राजनीतिक तूफ़ान

बीएलओ के पीछे चलते टीएमसी कार्यकर्ता

हुगली, 05 नवंबर (Udaipur Kiran) । पश्चिम बंगाल में मतदाता सूची के एसआईआर प्रक्रिया के बीच राजनीति गर्मा गई है। हुगली जिले के खानाकुल से बुधवार को एक वीडियो सामने आया है जिसमें एक बूथ लेवल ऑफिसर अपने दस्तावेज़ लेकर जा रहे हैं और उनके पीछे तृणमूल कांग्रेस के झंडा लिए करीब 10 लोग चलते दिख रहे हैं। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही विवाद छिड़ गया है।

भाजपा ने इस वीडियो को लेकर तृणमूल कांग्रेस पर चुनावी प्रक्रिया में दखल का आरोप लगाया है, जबकि तृणमूल ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि उनके कार्यकर्ता केवल बीएलओ की मदद कर रहे थे।

भाजपा विधायक सुषांत घोष ने यह वीडियो अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर साझा करते हुए लिखा, “एसआईआर से डरी हुई तृणमूल अब बीएलओ के पीछे झंडा लेकर घूम रही है। बीएलओ घबराएं नहीं, ईमानदारी से काम करें, वरना दबाव में आ जायेंगे।”

भाजपा नेता सजल घोष ने भी तृणमूल पर निशाना साधते हुए कहा कि तृणमूल चुनाव के वक्त बूथ पर कब्जा करती है, और अब एसआईआर के दौरान बीएलओ को भी अपने नियंत्रण में लेना चाहती है।

दूसरी ओर, तृणमूल कांग्रेस ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि इसमें राजनीति नहीं, बल्कि “सहयोग की भावना” है।

तृणमूल के राज्य महासचिव कुणाल घोष ने कहा कि कई बीएलओ स्थानीय क्षेत्रों और रास्तों से परिचित नहीं हैं। उन्हें मतदाताओं के घर खोजने में दिक्कत होती है। ऐसे में हमारे कार्यकर्ता सिर्फ उनकी मदद कर रहे हैं, इसमें राजनीति का कोई सवाल नहीं।

उल्लेखनीय है कि एसआईआर प्रक्रिया मंगलवार से पूरे राज्य में शुरू हुई है। बीएलओ अब घर-घर जाकर एन्यूमरेशन फॉर्म वितरित कर रहे हैं। तृणमूल कांग्रेस ने बार-बार कहा है कि एसआईआर प्रक्रिया के दौरान किसी भी वैध मतदाता का नाम सूची से नहीं कटना चाहिए।

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(Udaipur Kiran) / धनंजय पाण्डेय