


व्रती महिलाओं ने दिनभर निर्जल रहकर किया छठ मइया का पूजन, अब 36 घंटे के कठिन व्रत का संकल्प
वाराणसी, 26 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । लोक आस्था और सूर्य उपासना का महापर्व चार दिवसीय डाला छठ रविवार को दूसरे दिन पूरे उत्तर प्रदेश में श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। व्रती महिलाओं ने दिनभर निर्जल रहकर संध्या समय खरना पूजा की रस्म निभाई। इस दौरान प्रदेश भर के जिलों में स्थित पवित्र नदियों के घाटों, सरोवरों और तालाबों पर वेदी बनाने की तैयारी चलती रही।
वाराणसी, लखनऊ, प्रयागराज, अयोध्या, गोरखपुर और कानपुर सहित प्रदेश के सभी प्रमुख शहरों में छठ महापर्व की झलक दिख रही है। गंगा, वरूणा, गोमती और सरयू नदी के घाटों को आकर्षक रोशनी और रंग-बिरंगे फूलों से सजाया गया है। सभी जिलों के जिला प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा, सफाई और सुचारु व्यवस्था के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं।
पर्व काे लेकर सुबह से ही व्रती महिलाएं व्रत की तैयारी में जुट गईं। पूरे दिन निर्जला उपवास के बाद शाम को स्नान कर छठी मइया की पूजा-अर्चना की गई। पूजन के पश्चात छठी मइया को रसियाव, खीर, घी लगी रोटी, अरवा चावल, गुड़, दूध से बनी बखीर और केला का भोग अर्पित किया गया। इसके बाद व्रती महिलाओं ने यह प्रसाद स्वयं ग्रहण कर परिजनों में वितरित किया। खरना के बाद व्रती महिलाओं ने घर और शुभचिंतक परिवार की सुहागिनों की मांग भर उन्हें सदा सुहागन रहने का आशीष दिया।
खरना के साथ ही व्रती महिलाओं का 36 घंटे का निर्जला व्रत प्रारंभ हो गया है। सोमवार अपरान्ह महिलाएं गीत गाते हुए सिर पर पूजा की देउरी रखकर गाजे-बाजे के साथ घाटों की ओर जाएंगी और अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित करेंगी। मंगलवार की भोर में उदयाचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के साथ व्रत का पारण होगा। पूरे प्रदेश में छठ पूजा का उल्लास देखने को मिल रहा है।
वाराणसी मंडल के रेलवे स्टेशनों, बाजारों और गलियों में “कांच ही बांस के बहंगिया”, “बाट जे पूछेला बटोहिया” और “बहंगी लचकत जाए” जैसे पारंपरिक गीतों की गूंज माहौल को भक्तिमय बना रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने छठ पर्व पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष निर्देश जारी किए हैं। घाटों पर सुरक्षा, सफाई, पेयजल, चिकित्सा, शौचालय और भीड़ प्रबंधन की सुदृढ़ व्यवस्था की गई हैं।
वहीं, वाराणसी में सोमवार और मंगलवार को ट्रैफिक डायवर्जन लागू रहेगा। सोमवार को दोपहर 12 बजे से रात 1 बजे तक तथा मंगलवार तड़के 3 बजे से पूजा के समापन तक यातायात व्यवस्था में बदलाव रहेगा। कई जिलों में विद्यालयों में सोमवार को अर्ध अवकाश और मंगलवार को पूर्ण अवकाश घोषित किया गया है।
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी