
ग्वालियर, 25 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में शनिवार को दो दर्जन सरकारी अस्पतालों में एक साथ एच आर पी क्लीनिक लगाकर 1185 गर्भवती माताओं की जाँच की गई। इनमें से 470 महिलाओं को हाई रिस्क (अधिक जोखिम) गर्भवती माताओं के रूप में चिन्हित किया गया। इन महिलाओं को निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत दवाएँ व उपचार उपलब्ध कराया गया। साथ ही हाईरिस्क गर्भवती माताओं का लगातार विशेष फोलोअप किया जाएगा।
ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत हर माह की 9 व 25 तारीख की चिन्हित स्वास्थ्य संस्थाओं में एचआरपी क्लीनिक लगाकर हाईरिस्क गर्भवती माताओं की जांच की जाती है। ग्वालियर जिले में राज्य शासन के दिशा-निर्देशों के तहत कलेक्टर रुचिका सिंह चौहान के निर्देशन में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर पर प्रभावी अंकुश लगाने के उद्देश्य से सुव्यवस्थित ढंग से प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत हाईरिस्क गर्भवती माताओं के चिन्हांकन व जांच के साथ-साथ उन्हें जरूरी स्वास्थ्य सेवायें मुहैया कराई जा रही हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सचिन श्रीवास्तव व जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दीपाली माथुर ने बताया कि जिले में शनिवार को लगाई गई एचआरपी क्लीनिक में 1088 गर्भवती महिलाओं की निःशुल्क सोनोग्राफी, हीमोग्लोवबिन सहित खून की अन्य जांचे और यूरिन की जांच भी कराई गई। जाँच में 415 महिलाओं को हाई रिस्क गर्भवती माताओं के रूप में चिन्हित किया गया। इनमें से 6 महिलाओं को अस्पताल में भर्ती कराया गया। साथ ही 248 महिलाओं की अल्ट्रासोनोग्राफी जांच की गई। इस दौरान 59 महिलाओं को आयरन सुक्रोज इंजेक्शन लगाया गया। एचआरपी क्लीनिक में आईं महिलाओं को फल और पौष्टिक आहार भी उपलब्ध कराया गया।
इन संस्थाओं में लगाई गईं एचआरपी क्लीनिक
जिला चिकित्सालय मुरार, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र हस्तिनापूर, भितरवार, मोहना, डबरा व दीनदयालनगर शामिल हैं। इसके अलावा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र उटीला, चीनौर, आतरी, पिछोर व कुलैध, प्रसूति गृह माधौगंज व बिरलानगर, यूपीएचसी लक्ष्मीगंज, हुरावली, ठाठीपुर, बहोड़ापुर, निम्माजी की खो व सिविल हॉस्पिटल हजीरा, सिविल डिस्पेंसरी जनकगंज व सिविल अस्पताल हेमसिंह की परेड शामिल हैं।
(Udaipur Kiran) तोमर