
नई दिल्ली, 25 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में आगामी मंगलवार को चक्रवाती तूफान मोंथा का खतरा मंडरा रहा है। चक्रवाती तूफान के कारण यहां 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने और मूसलाधार बारिश होने की संभावना है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने शनिवार को चेतावनी जारी की है। इसमें कहा गया है कि पश्चिम बंगाल की खाड़ी में बन रहा चक्रवाती तूफान तेजी से आंध्र तट की ओर बढ़ रहा है। यह मंगलवार रात को तटों से टकरा सकता है।
मौसम विभाग के मुताबिक, दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी पर बना दबाव क्षेत्र पश्चिम दिशा में आगे बढ़ रहा है। मौजूदा समय में पोर्ट ब्लेयर से लगभग 440 किलोमीटर पश्चिम-दक्षिण पश्चिम, विशाखापत्तनम से 970 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व, चेन्नै से 970 किलोमीटर पूर्व-दक्षिण पूर्व, काकीनाडा से 990 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व और गोपालपुर (ओडिशा) से 1040 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पूर्व में केंद्रित है। मौसम विभाग ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में बना दवाब रविवार तक गहरे दबाव में तब्दील हो जाएगा और सोमवार तक चक्रवाती तूफान के रूप में रूपांतरित हो जाएगा। इसके बाद यह उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ते हुए मंगलवार तक गंभीर चक्रवाती तूफान का रूप ले सकता है।
मौसम विभाग ने बताया कि यह तूफान उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए 28 अक्टूबर की सुबह तक एक प्रचंड चक्रवाती तूफान में परिवर्तित हो सकता है। आगे बढ़ते हुए यह आंध्र प्रदेश तट पर मछलीपट्टनम और कलिंगपट्टनम के बीच काकीनाडा के आसपास 28 अक्टूबर की शाम या रात्रि के समय 90–110 किमी प्रति घंटे की अधिकतम स्थायी हवा की गति के साथ प्रचंड चक्रवाती तूफान के रूप में पार करने की संभावना है। तूफान के असर के कारण दक्षिण भारत के कई क्षेत्रों में बारिश होने की संभावना है।
————
(Udaipur Kiran) / विजयालक्ष्मी