Uttrakhand

पंचकेदार गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर में विराजमान हुए बाबा केदार, छह माह हाेगी शीतकालीन पूजा

-रावल भीमाशंकर की माैजूदगी में गर्भगृह में विराजमान की गई बाबा की पंचमुखी मूर्ति-मुख्य पुजारी बागेश लिंग काे छह माह की पूजा के संकल्प से किया मुक्तरुद्रप्रयाग, 25 नवंबर पंचकेदार में प्रमुख श्रीकेदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह डाेली अपने शीतकालीन पूजा के लिए पंचकेदार गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर में विराजमान हाे गई है। अब, छह माह तक बाबा केदार के भक्त अपने आराध्य के दर्शन यहीं पर कर सकेंगे।

शनिवार काे बाबा केदार की चल उत्सव विग्रह डाेली की विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी में विशेष पूजा-अर्चना की गई। साथ ही अन्य परंपराओं के निर्वहन के उपरांत सुबह 8 बजे बाबा केदार की डाेली ने अपने शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ के लिए प्रस्थान किया। सेना की बैंड धुनाें और बाबा के जयकाराें के बीच सैकड़ाें भक्ताें के साथ बाबा केदार की डाेली सेमी-भैंसारी, विद्यापीठ, जैवीरी, देवदर्शनी हाेते हुए दाेपहर 12 बजे पंचकेदार गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ पहुंची।

यहां, पर हजाराें भक्ताें ने अपने आराध्य बाबा केदार का पुष्प, अक्षत के साथ स्वागत किया। बाबा केदार की चल उत्सव विग्रह डाेली ने ओंकारेश्वर मंदिर की परिक्रमा की। वहीं, मुख्य पुजारी बागेश लिंग ने बाबा केदार की आरती उतारी। इसके बाद रावल भीमाशंकर लिंग की माैजूदगी में चल उत्सव विग्रह डाेली से बाबा केदार की भाेग मूर्तियाें काे उतारा और ओंकारेश्वर मंदिर के गर्भगृह में स्थापित किया गया। साथ ही बाबा केदार की शीतकालीन पूजा भी शुरू शाे गई है।

इस माैके पर पंथेर पुराेहिताें ने केदारनाथ धाम के उदक कुंड से लाया पवित्र जल भक्ताें काे प्रसाद रुप में वितरित किया गया। इस माैके पर केदारनाथ की विधायक आशा नाैटियाल ने कहा कि बाबा केदार की यात्रा सफल रही। अब, बाबा केदार की शीतकालीन पूजा ओंकारेश्वर मंदिर में शुरू हाे गई है।

(Udaipur Kiran) / दीप्ति

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