

जयपुर, 24 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । राज्य सरकार द्वारा जयपुर, जोधपुर और कोटा में 2-2 नगर निगमों को मर्ज करने के बाद अब प्रशासक नियुक्त कर दिए गए हैं। इन निगमों के बोर्ड का कार्यकाल 9 नवंबर को पूरा होगा। इसके बाद यहां संभागीय आयुक्त प्रशासक के तौर पर इनका कामकाज संभालेंगे। प्रदेश में ऐसा पहली बार हुआ है जब शहरी सरकार की कमान प्रशासक के तौर पर सीनियर आईएएस अधिकारी यानी संभागीय आयुक्तों को सौंपी है। अब तक यह काम जिला कलेक्टर या नगर निगम के कमिश्नर को दी जाती थी। प्रदेश में सरकार वन स्टेट, वन इलेक्शन के तहत चुनाव करवाने पर काम कर रही है। इसी के तहत प्रदेश में कई शहरी निकायों में वर्तमान में प्रशासक लगे हुए हैं। फरवरी 2026 तक प्रदेश की सभी नगरीय निकायों में बोर्ड का कार्यकाल पूरा हो जाएगा। संभावना है कि सभी निकायों में एक साथ चुनाव करवाए जाएंगे।
स्वायत्त शासन निदेशालय के सूत्रों के मुताबिक इस साल दिसंबर में 50 नगरीय निकायों का कार्यकाल पूरा होगा। जबकि अगले साल जनवरी में 90 और फरवरी में एक निकाय का कार्यकाल पूरा होगा। 309 निकाय में एक साथ कराए जाएंगे चुनाव साल 2019 में तत्कालीन गहलोत सरकार ने जयपुर, जोधपुर और कोटा में वार्डों का पुनर्गठन कर दो-दो नगर निगम बनाए थे। उसके बाद प्रदेश में उस समय 196 नगरीय निकाय हो गए थे। इन्हीं सभी नगरीय निकायों में साल 2019 से 2021 तक चुनाव भी कराए गए। इसके बाद सरकार ने जनसंख्या के आधार पर कई ग्राम पंचायतों को नगरीय निकायों में क्रमोन्नत कर दिया। तब से अब तक 116 नए निकाय बनाए गए, जबकि 3 निकाय को खत्म करने की अधिसूचना कुछ माह पहले जारी की गई। इनमें जयपुर, जोधपुर और कोटा का एक-एक निकाय है। इस तरह अब कुल 309 निकाय हो गई, जिनमें इस साल के आखिरी या अगले साल चुनाव करवाए जाएंगे।
—————
(Udaipur Kiran) / राजेश
