
बोले—इससे काशी के नागरिकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा
वाराणसी, 24 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा वाराणसी नगर निगम को आठ की जगह चार जोनों में विभाजित करने की योजना पर कांग्रेस ने कड़ी आपत्ति जताई है। पार्टी के महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने शुक्रवार को कहा कि यह निर्णय काशी की जनता के साथ “घोर अन्याय” है और इससे नागरिकों की समस्याएं और बढ़ेंगी।
चौबे ने कहा कि वर्तमान में नगर निगम आठ जोनों—वरुणा, भेलूपुर, आदमपुर, दशाश्वमेध, कोतवाली, रामनगर, सारनाथ और ऋषि मांडवी—में बंटा हुआ है, फिर भी नगर निगम मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने में विफल रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि शहर के कई इलाकों में सीवर का पानी सड़कों पर बह रहा है, जगह-जगह कूड़े के अंबार लगे हैं और नवनिर्मित वार्डों में नगर निगम के अधिकारी आज तक नहीं पहुंचे हैं।
महानगर अध्यक्ष ने कहा, “जब आठ जोनों के बावजूद नगर निगम जनता की समस्याएं नहीं सुलझा सका, तो चार जोनों में बांटने से हालात और बिगड़ेंगे। यह योजना सिर्फ जनता को परेशान करने के लिए है।” उन्होंने चेतावनी दी कि कांग्रेस इस फैसले का विरोध करेगी और जल्द ही इसके खिलाफ व्यापक जन आंदोलन छेड़ा जाएगा। चौबे ने आरोप लगाया कि सत्ता पक्ष और भू-माफिया मिलकर रामनगर जोन पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं। नगर निगम को चार जोनों में बांटने की कवायद दरअसल रामनगर जोन को भू-माफियाओं के कब्जे में देने की साजिश है।
उधर, राज्य सरकार का कहना है कि नगर निगमों की प्रशासनिक संरचना को सरल और प्रभावी बनाने के लिए यह कदम उठाया गया है। नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव द्वारा जारी आदेश के अनुसार, प्रयागराज, वाराणसी, आगरा और गाजियाबाद सहित 17 प्रमुख नगर निगमों में अब औसतन पाँच लाख की आबादी के हिसाब से चार-चार जोन बनाए जाएंगे। सरकार का दावा है कि इस व्यवस्था से शहरी प्रबंधन अधिक पारदर्शी और सशक्त होगा।
(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी
